CoinMarketCap (CMC) के 30 लाख से अधिक यूजर्स का डेटा अक्टूबर की शुरुआत में लीक हो गया था, क्रिप्टो ट्रैकर ने इसकी पुष्टि की। स्टेटिटिक्स फर्म HypeStat की एक रिपोर्ट में हाल ही में दावा किया गया है कि हर दिन अमेरिका, भारत और जापान जैसे देशों के 20 लाख 70 हजार से अधिक लोग प्राइस-ट्रैक और क्रिप्टोकरेंसी पर अपडेटेड रहने के लिए प्लैटफॉर्म पर जाते हैं। यह डेटा ब्रीच ऐसे समय में हुआ है जब दुनिया भर में, विशेष रूप से क्रिप्टो-कम्यूनिटी को टारगेट करने वाले साइबर अटैक की संख्या लगातार बढ़ रही है। क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने के बारे में अभी भी कई देशों में चल रहे संदेह के बावजूद, दुनिया के कई हिस्सों में क्रिप्टो स्पेस का तेजी से विस्तार हो रहा है।
CryptoPotato ने इस सप्ताह की शुरुआत में
बताया कि 12 अक्टूबर को साइबर अपराधियों द्वारा 3,117,548 CMC यूजर्स के रजिस्टर्ड ईमेल आईडी अवैध रूप से निकाले गए और हैकिंग प्लैटफार्म्स पर अपलोड किए गए। इन ईमेल आईडी का अब डार्क वेब पर कारोबार हो रहा है।
CMC ने इस डेटा ब्रीच को स्वीकार करते हुए कहा है कि इन लीक हुए ईमेल पतों के पासवर्ड सुरक्षित हैं। प्लैटफॉर्म ने अपने सर्वर के माध्यम से इस लीक की संभावना से भी इनकार किया है।
CryptoPotato की रिपोर्ट में सीएमसी से जुड़े एक व्यक्ति के हवाले से कहा गया है, “हमने जो डेटा लिस्ट देखी हैं, वे केवल ईमेल आईडी हैं और उनमें कोई पासवर्ड नहीं है। हम अपने सब्सक्राइबर बेस के साथ जुड़े हुए हैं। हमें अपने स्वयं के सर्वर से डेटा लीक का कोई सबूत नहीं मिला है। हम इस मुद्दे की सक्रिय रूप से जांच कर रहे हैं और जैसे ही हमारे पास कोई नई जानकारी होगी, हम अपने सब्सक्राइबर्स को अपडेट करेंगे"। (व्यक्ति की पहचान का खुलासा नहीं किया गया है।)
इस हमले के पीछे किसका दिमाग है, अभी तक उस शख्स के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
इस खबर ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ शुरू कर दी है, कुछ लोगों (शायद सीएमसी यूजर और
क्रिप्टोकरेंसी निवेशक) ने आरोप लगाया है कि उन्हें पिछले कुछ दिनों से सिक्यूरिटी अलर्ट मिल रहे हैं। लोगों ने सीएमसी पर सवाल भी उठाया है कि अगर उनके सर्वर से डेटा लीक नहीं हुआ तो दूसरी जगह उनका यूजर-डेटा कहां रखा जा रहा है.
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि किसी क्रिप्टो-कंपनी को डेटा ब्रीच या लीक का सामना करना पड़ा है। हाल के वर्षों में, BitMEX और Ledger जैसी क्रिप्टो-संबंधित फर्मों ने इसी तरह के लीक्स का सामना किया है।
Business Insider की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में अब तक क्रिप्टो स्पेस को हैक करने और धोखाधड़ी की 32 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इन हमलों की वैल्यू लगभग 3 बिलियन डॉलर (लगभग 22,522 करोड़ रुपये) है। रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि अपराधों की संख्या हर साल 41 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।