Terra 2.0 की शुरुआत पर ही वैल्यू में बड़ी गिरावट

लॉन्च के बाद इस गवर्नेंस टोकन का प्राइस 18.87 डॉलर तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद यह गिरकर रविवार को 4.08 डॉलर तक रह गया

Terra 2.0 की शुरुआत पर ही वैल्यू में बड़ी गिरावट

LUNA टोकन को LUNA Classic कहा जाएगा

ख़ास बातें
  • Terraform Labs ने हाल ही में एक नई ब्लॉकचेन का प्रपोजल दिया था
  • बहुत सी एप्लिकेशंस नई चेन पर शिफ्ट हो गई हैं
  • इस प्रपोजल को लेकर विवाद भी शुरू हो गया था
विज्ञापन
स्टेबलकॉइन TerraUSD और इसके  Terra (LUNA) के प्राइसेज में भारी गिरावट के बाद इनसे जुड़ी फर्म Terraform Labs की ओर से बनाई गई रिकवरी की योजना को शुरुआत में ही झटका लगा है। क्रिप्टोकरेंसी LUNA 2.0 के लॉन्च के कुछ ही घंटे बाद इसकी वैल्यू काफी गिर गई। लॉन्च से पहले इस टोकन की वैल्यू 30-50 डॉलर के बीच होने की अटकलें थी।

लॉन्च के बाद इस गवर्नेंस टोकन का प्राइस 18.87 डॉलर तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद यह गिरकर रविवार को 4.08 डॉलर तक रह गया। Terraform Labs ने LUNA Classic और UST के होल्डर्स को LUNA 2.0 टोकन्स वितरित किए थे।  Terraform Labs ने हाल ही में एक नई ब्लॉकचेन का प्रपोजल दिया था। बहुत सी एप्लिकेशंस नई चेन पर शिफ्ट हो गई हैं। इनमें Prism, Spectrum, Nebula और  Edge Protocol शामिल हैं। LUNA 2.0 टोकन्स की ट्रेडिंग LUNA Classic टोकन्स से अलग होगी। 

Terra के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Do Kwon की ओर से पेश की गई रिकवरी की योजना पर हाल ही में वोटिंग हुई थी। इसमें Terra के इनवेस्टर्स में से 65 प्रतिशत से अधिक ने इस प्रपोजल को स्वीकृति दी है। हालांकि, इस प्रपोजल को लेकर विवाद भी शुरू हो गया था। प्रपोजल को स्वीकृति मिलने का मतलब है कि केवल LUNA के लिए एक नई ब्लॉकचेन शुरू की जाएगी और LUNA टोकन को LUNA Classic कहा जाएगा। पुरानी Terra ब्लॉकचेन मौजूद रहेगी लेकिन इससे जुड़ी टीम ने नाकाम हुए स्टेबलकॉइन UST को छोड़ने का फैसला किया है। प्रपोजल के तहत, Terra की टीम अपनी कम्युनिटी को एक आगामी एयरड्रॉप के लिए कई सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों से सपोर्ट हासिल करने पर काम कर रही है। LUNA टोकन्स के 35 प्रतिशत गिरावट से पहले के LUNA और UST होल्डर्स को एयरड्रॉप किए जाएंगे। टोकन के वितरण का एक बड़ा हिस्सा Terra dApp डिवेलपर्स और पूरे इकोसिस्टम के लिए एलोकेट होगा

स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं। ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है।  USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं।
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Crypto, Terra, Blockchain, Luna, Investors, Value

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Samsung Galaxy A37 5G जल्द हो सकता है लॉन्च, Geekbench पर लिस्टिंग
  2. Mahindra ने लॉन्च की XEV 9S इलेक्ट्रिक SUV, जानें प्राइस, फीचर्स
  3. ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म WinZO पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप, ED ने फाउंडर्स को किया गिरफ्तार
  4. Ai+ Laptab: यह टैबलेट नहीं, लैपटॉप भी है! Ai+ ने पेश किया कमाल का डिवाइस
  5. Black Friday Scam: 2,000 से ज्यादा 'फर्जी' वेबसाइट पकड़ी गईं, कहीं आपका बैंक अकाउंट न हो जाए खाली!
  6. Vivo S50 सीरीज में मिलेगा एयरोस्पेस ग्रेड एल्युमीनियम फ्रेम 
  7. Honor Magic 8 Pro Launched: इसमें हैं 7100mAh बैटरी, 200MP कैमरा और 16GB तक रैम जैसी खूबियां, जानें कीमत
  8. Redmi 15C 5G जल्द होगा भारत में लॉन्च, डुअल रियर कैमरा यूनिट
  9. Sony ने 200 मेगापिक्सल LYTIA 901 सेंसर किया पेश, AI प्रोसेसिंग, 4x इन सेंसर जूम जैसे फीचर्स
  10. 200W तक साउंड और ARC सपोर्ट के साथ भारत में लॉन्च हुए JUST CORSECA के साउंडबार, जानें कीमत
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »