स्टेबलकॉइन TerraUSD और इसके Terra (LUNA) के प्राइसेज में भारी गिरावट के बाद इनसे जुड़ी फर्म Terraform Labs की ओर से बनाई गई रिकवरी की योजना को शुरुआत में ही झटका लगा है। क्रिप्टोकरेंसी LUNA 2.0 के लॉन्च के कुछ ही घंटे बाद इसकी वैल्यू काफी गिर गई। लॉन्च से पहले इस टोकन की वैल्यू 30-50 डॉलर के बीच होने की अटकलें थी।
लॉन्च के बाद इस गवर्नेंस टोकन का प्राइस 18.87 डॉलर तक पहुंच गया था लेकिन इसके बाद यह गिरकर रविवार को 4.08 डॉलर तक रह गया। Terraform Labs ने LUNA Classic और UST के होल्डर्स को LUNA 2.0 टोकन्स वितरित किए थे। Terraform Labs ने हाल ही में एक नई ब्लॉकचेन का प्रपोजल दिया था। बहुत सी एप्लिकेशंस नई चेन पर शिफ्ट हो गई हैं। इनमें Prism, Spectrum, Nebula और Edge Protocol शामिल हैं। LUNA 2.0 टोकन्स की ट्रेडिंग LUNA Classic टोकन्स से अलग होगी।
Terra के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Do Kwon की ओर से पेश की गई रिकवरी की योजना पर हाल ही में वोटिंग हुई थी। इसमें Terra के इनवेस्टर्स में से 65 प्रतिशत से अधिक ने इस प्रपोजल को स्वीकृति दी है। हालांकि, इस प्रपोजल को लेकर विवाद भी शुरू हो गया था। प्रपोजल को स्वीकृति मिलने का मतलब है कि केवल LUNA के लिए एक नई
ब्लॉकचेन शुरू की जाएगी और LUNA टोकन को LUNA Classic कहा जाएगा। पुरानी Terra ब्लॉकचेन मौजूद रहेगी लेकिन इससे जुड़ी टीम ने नाकाम हुए स्टेबलकॉइन UST को छोड़ने का फैसला किया है। प्रपोजल के तहत, Terra की टीम अपनी कम्युनिटी को एक आगामी एयरड्रॉप के लिए कई सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों से सपोर्ट हासिल करने पर काम कर रही है। LUNA टोकन्स के 35 प्रतिशत गिरावट से पहले के LUNA और UST होल्डर्स को एयरड्रॉप किए जाएंगे।
टोकन के वितरण का एक बड़ा हिस्सा Terra dApp डिवेलपर्स और पूरे इकोसिस्टम के लिए एलोकेट होगा
स्टेबलकॉइन्स ऐसी क्रिप्टोकरेंसीज होते हैं जो अपने मार्केट प्राइस को गोल्ड या सामान्य करेंसीज जैसे किसी रिजर्व एसेट से जोड़ने की कोशिश करते हैं। ये ऐसी डिजिटल ट्रांजैक्शंस के लिए अधिक इस्तेमाल होते हैं जिनमें वर्चुअल एसेट्स को वास्तविक एसेट्स में कन्वर्ट करना शामिल होता है। USD Coin, Tether और Binance USD कुछ लोकप्रिय स्टेबलकॉइन्स हैं, जो अमेरिकी डॉलर से जुड़े हैं।