Tencent ने सरकार की सख्ती के डर से बंद किया NFT ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म

इसे बंद करने का प्रमुख कारण चीन सरकार की सख्त पॉलिसीज हैं जिनके तहत डिजिटल कलेक्टिबल्स को खरीदने के बाद सेकेंडरी मार्केट में बेचने पर रोक है

विज्ञापन
शॉमिक सेन भट्टाचार्जी, अपडेटेड: 18 जुलाई 2022 08:45 IST
ख़ास बातें
  • इस प्लेटफॉर्म से जुड़े सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को ट्रांसफर किया गया है
  • इसे बंद करने का प्रमुख कारण चीन सरकार की सख्त पॉलिसीज हैं
  • NFT का कारोबार बढ़ने के साथ इससे जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है

इस प्लेटफॉर्म को बंद करने की प्रक्रिया लगभग दो महीने पहले शुरू हुई थी

चीन की बड़ी टेक कंपनियों में शामिल Tencent ने अपने दो नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) मार्केटप्लेसेज में से एक को बंद कर दिया है। इस प्लेटफॉर्म से जुड़े सीनियर एग्जिक्यूटिव्स को ट्रांसफर किया गया है। इसे बंद करने का प्रमुख कारण चीन सरकार की सख्त पॉलिसीज हैं जिनके तहत डिजिटल कलेक्टिबल्स को खरीदने के बाद सेकेंडरी मार्केट में बेचने पर रोक है।

एक स्थानीय समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म को बंद करने की प्रक्रिया लगभग दो महीने पहले शुरू हुई थी। इस महीने की शुरुआत में डिजिटल कलेक्टिबल सेक्शन को Tencent के न्यूज ऐप से हटा दिया गया था। इस प्लेटफॉर्म से ट्रांसफर किए गए एग्जिक्यूटिव्स में Tencent की न्यूज डिविजन के पूर्व इंचार्ज Wang Shimu शामिल हैं। चीन में सरकार की ओर से कड़े कदम उठाने के डर से कुछ सोशल मीडिया कंपनियों ने अपने डिजिटल कलेक्टिबल्स बिजनेस को समेट दिया है। इनमें Alibaba, Weibo और WeChat शामिल हैं। 

हाल ही में चीन के सबसे लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग और कॉलिंग ऐप WeChat ने अपने प्लेटफॉर्म पर क्रिप्टो से जुड़ी एक्टिविटीज पर रोक लगा दी थी। WeChat ने इसे अवैध कारोबार की कैटेगरी में डाल दिया है। NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता। 

इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है। NFT की लोकप्रियता में भी बढ़ोतरी हो रही है। स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं। हाल ही में चीन में फाइनेंशियल और सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशंस ने NFT से जुड़े वित्तीय जोखिमों के खिलाफ चेतावनी दी थी। फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी मास्टरकार्ड की ओर से हाल ही में 40 देशों में लगभग 35,000 लोगों के एक सर्वे में पता चला था कि इनमें से लगभग 45 प्रतिशत लोगों ने NFT खरीदे हैं या खरीद सकते हैं।  
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: Tech, China, NFT, Tencent, Market, WeChat, Government
Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. क्रिप्टो मार्केट पर बिकवाली की मार, Bitcoin का प्राइस 1,05,000 डॉलर से नीचे
#ताज़ा ख़बरें
  1. Mahindra की XEV 9e और BE 6 इलेक्ट्रिक SUVs को जोरदार रिस्पॉन्स, 10,000 यूनिट्स की डिलीवरी
  2. भारत में जल्द सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस लॉन्च कर सकती है Elon Musk की Starlink
  3. AI का इस्तेमाल बढ़ने के बावजूद इंजीनियर्स की हायरिंग जारी रखेगी Google
  4. Oppo की Reno 14 के लॉन्च की तैयारी, NBTC साइट पर हुई लिस्टिंग
  5. Jio ने 5G कवरेज, क्वालिटी और अपलोड स्पीड में मारी बाजी, Airtel की डाउनलोड स्पीड पर पकड़ बरकरार!
  6. Nintendo Switch 2 में मिला 7.9-इंच डिस्प्ले, 30 गेम्स का सपोर्ट और 120Hz रिफ्रेश रेट, इस कीमत पर हुआ लॉन्च
  7. Xiaomi 16 में मिल सकता है 6.9 इंच डिस्प्ले, 7,000mAh की बैटरी
  8. Redmi Pad 2 भारत में 18 जून को होगा लॉन्च, डिजाइन और स्पेसिफिकेशंस हुए टीज
  9. Tecno Pova Curve 5G की भारत में शुरू हुई बिक्री, जानें प्राइस, ऑफर्स
  10. Upcoming Smartphones (June 2025): जून में लॉन्च होंगे Vivo, Poco और OnePlus के ये 3 स्मार्टफोन!
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.