Russia-Ukraine War: भारी प्रतिबंधों के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी बचा सकती है रूस की अर्थव्यवस्था

यदि दो लोग या संगठन एक-दूसरे के साथ व्यापार करना चाहते हैं और बैंकों के जरिए ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, तो वे बिटकॉइन के साथ ऐसा कर सकते हैं।

Russia-Ukraine War: भारी प्रतिबंधों के बावजूद क्रिप्टोकरेंसी बचा सकती है रूस की अर्थव्यवस्था

बड़ी गिरावट देखने के बाद, ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट आज बाउंस बैक करती नज़र आई

ख़ास बातें
  • अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) ने रूस पर भारी प्रतिबंधों की घोषणा की है
  • माइनिंग के लिए सबसे ज्यादा कंप्यूटिंग पावर उपयोग करने वाले देशों में रूस
  • 2021 तक ग्लोबल बिटकॉइन हैशरेट के 11% से अधिक के लिए रूस जिम्मेदार था
विज्ञापन
यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia-Ukraine War) के बाद कई देशों ने रूस की अर्थव्यवस्था को गिराने के लिए देश पर भारी प्रतिबंधों की घोषणा की है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि रूस में क्रिप्टो का जबरदस्त चलन देश में मौजूद अरबपतियों को इन प्रतिबंधों से लगने वाला वित्तीय झटका महसूस नहीं होने देगा। अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) प्रतिबंधों को लागू करने के लिए बैंकों पर बहुत अधिक निर्भर हैं, लेकिन क्योंकि डिज़िटल करेंसी स्टैंडर्ड ग्लोबल बैंकिंग नियमों के दायरे से बाहर हैं, क्रिप्टो रूस की अर्थव्यवस्था के प्रमुख स्तंभ के रूप में उभर सकती है।

वित्तीय सलाहकार फर्म क्वांटम इकोनॉमिक्स (Quantom Economics) के संस्थापक और सीईओ माटी ग्रीनस्पैन (Mati Greenspan) ने Bloomberg को बताया, "यदि दो लोग या संगठन एक-दूसरे के साथ व्यापार करना चाहते हैं और बैंकों के जरिए ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, तो वे बिटकॉइन के साथ ऐसा कर सकते हैं।" यदि एक धनी व्यक्ति चिंतित है कि प्रतिबंधों के कारण उसके अकाउंट बंद हो सकते हैं, तो वह इससे बचने के लिए बस अपने पैसे को बिटकॉइन में बदल सकता है।"

जैसा कि Cointelegraph की एक रिपोर्ट में बताया गया है, यह भी ध्यान देना होगा कि Bitcoin नेटवर्क की आधे से अधिक कंप्यूटिंग पावर मुख्य रूप से तीन देशों-अमेरिका, कजाकिस्तान और रूस से आती है। क्योंकि रूस टॉप तीन देशों में शामिल है, क्रिप्टो इंडस्ट्री पर नजर रखने वाले नेटवर्क में आए किसी भी रोक-टोक का बारीकी से ध्यान रख रहे होंगे।"

जाहिर है कि इन प्रतिबंधों के बाद भी रूस में Bitcoin माइनिंग पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन प्रतिबंध उन माइनर्स को जरूर प्रभावित कर सकते हैं, जो अक्सर एक्सचेंज्स और पारंपरिक फाइनेंशियल सिस्टम से जुड़ी अन्य संस्थाओं से डील करते हैं, जैसे कि BTC को कैश के लिए एक्सचेंज करना।

Cambridge Centre for Alternative Finance के अनुसार, जुलाई 2021 तक ग्लोबल बिटकॉइन हैशरेट के 11% से अधिक के लिए रूस जिम्मेदार था। हैशरेट नेटवर्क को समर्पित कंप्यूटिंग पावर का पता लगाने का एक तरीका है। अब यदि प्रतिबंध पूल प्रोवाइडर्स को प्रभावित करते हैं, तो हैश-पावर में रूस का योगदान नीचे गिर सकता है।

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Nothing Phone 3a Lite जल्द होगा भारत में लॉन्च, 5,000mAh की बैटरी
  2. UBON ने लॉन्च किया 20W पार्टी स्पीकर, जो फुल चार्ज में चलेगा 20 घंटे! कीमत Rs 1,499
  3. Oppo Reno 15 और Reno 15 Pro फोन 200MP कैमरा और बड़ी बैटरी के साथ हुए लॉन्च, जानें कीमत
  4. क्या है Elon Musk का X Chat, जिसे बोला जा रहा है WhatsApp और Arattai किलर? यहां जानें सब कुछ
  5. भारत के स्मार्टफोन मार्केट में Vivo का दबदबा बरकरार, Oppo को मिला दूसरा रैंक 
  6. Vivo S50 Pro Mini में मिल सकता है Snapdragon 8 Gen 5 चिपसेट
  7. Rs 15 में 220 Km का सफर! Komaki ने भारत में लॉन्च की इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल MX16, जानें कीमत
  8. रोबोट बनाएंगे खाना और मैनेज करेंगे रेस्टोरेंट, जानें क्या है पूरा प्लान
  9. Poco F8 सीरीज अगले सप्ताह होगी लॉन्च, ट्रिपल रियर कैमरा यूनिट
  10. हवा में उड़ने वाली पतंग से पैदा होगी बिजली, चीन ने कर दिया अनोखा कारनामा
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »