पिछले कुछ महीनों से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट का असर नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) की ट्रेडिंग वॉल्यूम पर भी पड़ा है। इसके साथ ही इस सेगमेंट की कई फर्मों के हैकिंग का निशाना बनने से भी NFT को लेकर आशंकाएं बढ़ी हैं। OpenSea जैसे प्रमुख NFT मार्केटप्लेसेज के डेटा से पता चलता है कि हाल के महीनों में ट्रेडिंग वॉल्यूम काफी गिरी है।
Dune data के अनुसार, OpenSea की ट्रेडिंग वॉल्यूम इस वर्ष की शुरुआत में लगभग 5.8 अरब डॉलर के साथ उच्च स्तर पर थी। इसके बाद से इसमें
गिरावट आ रही है। मई में यह घटकर 3.1 अरब डॉलर हो गई थी। इसके बाद जून में इसमें सबसे अधिक कमी आई और यह केवल 82.6 करोड़ डॉलर रह गई। इसके साथ ही इस मार्केटप्लेस पर प्रति दिन की वॉल्यूम भी कम हो रही है। OpenSea को कुछ नए एक्सचेंजों से कड़ी टक्कर मिल रही है। OpenSea ने Solana ब्लॉकचेन पर अपने डिजिटल कलेक्टिबल्स बनाने वालों के लिए एक लॉन्चपैड पेश किया है। इस लॉन्चपैड से नए NFT के साथ ही इससे पहले और बाद की एक्टिविटीज की भी पेशकश की जा सकेगी। इसके साथ ही सेकेंडरी सेल्स के लिए सपोर्ट भी मिलेगा।
इसके साथ ही OpenSea ने एक मल्टी-चेन फीचर की ओर कदम बढ़ा दिया है। OpenSea ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "पिछले एक वर्ष में NFT के लिए Solana एक प्रमुख ब्लॉकचेन के तौर पर उभरी है। हम एक बढ़ाए जा सकने वाले NFT इकोसिस्टम के उसके नजरिए को साझा करते हैं।" NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं। इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं। इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता।
इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है। ऐसे कुछ मामलों में
NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है। इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है। चीन में फाइनेंशियल और सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशंस ने NFT से जुड़े वित्तीय जोखिमों के खिलाफ चेतावनी दी है।