पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है। इसके पीछे अमेरिका में Donald Trump की अगुवाई वाली नई सरकार के सख्त फैसले और मैक्रो इकोनॉमिक स्थितियां हैं। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में पिछले वर्ष नवंबर में ट्रंप के चुनाव जीतने पर तेजी शुरू हुई थी लेकिन ट्रंप के प्रेसिडेंट का कार्यभार संभालने के बाद इसका प्राइस काफी घटा है।
इस रिपोर्ट को पब्लिश किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 7.60 प्रतिशत घटकर लगभग 79,440 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 9.60 प्रतिशत का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 2,126 डॉलर पर था। गिरावट वाली अन्य क्रिप्टोकरेंसीज में Solana, Polkadot, Ripple, Chainlink, Stellar, XRP, Cardano और BNB शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 5.60 प्रतिशत घटकर लगभग 2.64 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि ट्रंप के टैरिफ से जुड़े फैसलों का क्रिप्टो मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। Ether में बड़ी गिरावट हुई है। इसका प्राइस एक वर्ष के निचले स्तर पर चला गया है। बिटकॉइन में अगले मूवमेंट के लिए टेक्निकल लेवल्स और इकोनॉमिक संकेतों पर नजर रखनी होगी। पिछले सप्ताह बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
Bybit के सिस्टम में सेंध लगाकर हैकर ने लगभग 1.5 अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसीज को चुराया है। इसका भी क्रिप्टो मार्केट पर असर पड़ा है।
इसे क्रिप्टोकरेंसीज की सबसे बड़ी चोरी बताया जा रहा है। Bybit की हैकिंग में Ether की चोरी की गई है। इससे Ether का प्राइस काफी टूटा है। Bybit के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर, Ben Zhou ने बताया था कि हैकर ने एक्सचेंज के ऑफलाइन Ethereum वॉलेट्स में से एक का कंट्रोल ले लिया था। हालांकि, इस हैकिंग में एक्सचेंज को हुए कुल नुकसान का पता नहीं चला है। Bybit को लगभग 1.5 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। हैकर ने चुराई गई क्रिप्टोकरेंसीज को बेचना शुरू कर दिया है। इस क्रिप्टोकरेंसी को नए एड्रेस पर मूव कर बेचा जा रहा है। हाल ही में दुबई के इस क्रिप्टो एक्सचेंज ने बताया था कि उसने भारत में नौ करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना चुकाया है। फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU) ने रूल्स का पालन नहीं करने की वजह से ByBit पर यह जुर्माना लगाया था।