अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने शुक्रवार को नया हाई लेवल बनाया है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर बिटकॉइन का प्राइस दो प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 76,029 डॉलर पर था। भारतीय एक्सचेंजों पर यह लगभग 76,875 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था।
दूसरी सबसे बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग 2.47 प्रतिशत का प्रॉफिट था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 2,910 डॉलर और भारतीय एक्सचेंजों पर लगभग 2,940 डॉलर पर था। इसके अलावा Cardano, Solana, Monero और Stellar के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.35 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2.15 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो ऐप CoinSwitch के मार्केट्स डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "क्रिप्टो मार्केट में तेजड़ियों का दबदबा जारी है। अमेरिका में इस सेगमेंट को लेकर बेहतर पॉलिसी बनाए जाने की संभावना है। फेडरल रिजर्व ने भी इंटरेस्ट रेट को 0.25 प्रतिशत घटाने का फैसला किया है। इसके बाद से बिटकॉइन में तेजी है। Ether में भी कुछ मजबूती दिखी है। इसका प्राइस तीन महीने से अधिक से हाई पर पहुंचा है। इसके लिए 3,000 डॉलर एक महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस है। इसे पार करने के बाद Ether के लिए टारगेट 4,000 डॉलर का होगा।" हालांकि, बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance के रीजनल मार्केट्स के प्रमुख, Vishal Sacheendran ने इनवेस्टर्स को लेकर शॉर्ट-टर्म में वोलैटिलिटी को लेकर सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
पूर्व में ट्रंप ने क्रिप्टोकरेंसीज को एक स्कैम भी बताया था। इसके बाद प्रेसिडेंट के पद के लिए दोबारा चुनावी मैदान में उतरने के बाद उन्होंने डिजिटल एसेट्स का समर्थन करना शुरू कर दिया था। उन्होंने अमेरिका को दुनिया की क्रिप्टो राजधानी बनाने का भी वादा किया था। ट्रंप ने इस सेगमेंट के लिए सख्त रेगुलेशन नहीं बनाने और
बिटकॉइन का रिजर्व तैयार करने का संकेत दिया था। अमेरिका में क्रिप्टो मार्केट में इनवेस्टमेंट करने वालों की बड़ी संख्या है। ट्रंप की जीत में इन इनवेस्टर्स का भी योगदान होने का अनुमान है। इस वर्ष सितंबर में ट्रंप ने एक क्रिप्टोकरेंसी बिजनेस की भी शुरुआत की थी। ट्रंप, उनके परिवार और सहयोगियों ने World Liberty Financial को लॉन्च किया था। पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामले भी बढ़े हैं। इस सेगमेंट के लिए पॉलिसी बनने से स्कैम के मामलों में भी कमी हो सकती है।