पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में वोलैटिलिटी है। अमेरिका में प्रेसिडेंट Donald Trump के चीन और मेक्सिको सहित कुछ देशों पर टैरिफ लगाने के फैसले का इस मार्केट पर बड़ा असर पड़ा है। हालांकि, इम्पोर्ट पर लगने वाले इस टैरिफ को एक महीने के लिए टाल दिया गया है। मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में शुक्रवार को 1.30 प्रतिशत से अधिक की गिरावट थी।
इस रिपोर्ट को प्रकाशित किए जाने पर इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज
Binance पर बिटकॉइन का प्राइस लगभग 1.40 प्रतिशत घटकर लगभग 97,304 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 3.60 प्रतिशत से अधिक का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 2,737 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Chainlink, Solana, Polkadot और Litecoin के प्राइस घटे हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.87 प्रतिशत कम होकर लगभग 3.19 लाख करोड़ डॉलर पर था।
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि
बिटकॉइन के प्राइस पर प्रेशर है। हालांकि, Ether में रिकवरी के संकेत दिख रहे हैं। अगर Ether में खरीदारी बढ़ती है तो इसमें तेजी आ सकती है। क्रिप्टो मार्केट में Bitcoin की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत से अधिक हो गई है। अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसीज के लिए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क तैयार किया जाएगा। ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान Bitcoin का रिजर्व बनाने और क्रिप्टो के पक्ष में पॉलिसी लाने का संकेत दिया था। हालांकि, बिटकॉइन का रिजर्व बनाने की योजना पर फेडरल रिजर्व ने सहमति नहीं दी थी। हाल ही में इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ने 1,09,200 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था।
भारत में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर केंद्र सरकार का रुख सख्त रहा है। हाल ही में इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी, Ajay Seth ने बताया था कि क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर सरकार के रुख की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कहा, "कुछ देशों ने क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल, उनकी स्वीकार्यता और महत्व के लिहाज से अपने रुख में बदलाव किया है। हम डिस्कशन पेपर की दोबारा समीक्षा कर रहे हैं।" उनका कहना था कि इस तरह के एसेट्स के लिए बॉर्डर नहीं होते और इस वजह से देश का रुख एकपक्षीय नहीं रखा जा सकता है। दुबई के क्रिप्टो एक्सचेंज ByBit पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के उल्लंघन के कारण लगभग 9.27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है।