साल 2016 में बिटफिनेक्स (Bitfinex) क्रिप्टो एक्सचेंज पर हुए हैकिंग के एक मामले में हीथर मॉर्गन और उनके पति इल्या लिचेंस्टीन को गिरफ्तार किया गया है। दंपति पर 119,756 BTC लूटने का आरोप है, जो उस समय चोरी हो गए थे। खबर लिखे जाने तक इन टोकन की कुल वैल्यू 5.1 बिलियन डॉलर (लगभग 38,095 करोड़ रुपये) थी। US डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DoJ) ने मॉर्गन और लिचेंस्टीन से जुड़े अकाउंट्स से 3.6 अरब डॉलर (26,902 करोड़ रुपये) से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी का पता लगाने और उसे जब्त करने का दावा किया है।
न्यू यॉर्क सिटी के रहने वाले दंपत्ति पर BTC टोकनों को लूटने की साजिश रचने की जांच चल रही है। साथ ही गैरकानूनी बैंकिंग गतिविधियों को वैध बनाने के लिए रजिस्टडर्ड बिजनेस अकाउंट्स का इस्तेमाल करके देश को धोखा देने की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर दोनों को 25 साल तक की जेल हो सकती है। इसमें पहले आरोप के लिए 20 साल और दूसरे आरोप के लिए पांच साल की जेल हो सकती है।
कोर्ट
डॉक्युमेंट्स के अनुसार, लिचेंस्टीन और मॉर्गन ने कथित तौर पर 119,754 Bitcoin की आय को लूटने की साजिश रची थी। ये बिटकॉइन एक हैकर द्वारा Bitfinex के सिस्टम पर सेंध लगाने के बाद चोरी हो गए थे। उन बिटकॉइन को लिचेंस्टीन के कंट्रोल वाले एक डिजिटल वॉलेट में भेजा गया था। दंपति पर बिटकॉइन को इधर-उधर करने के लिए लॉन्ड्रिंग टेक्निक का इस्तेमाल करने आरोप भी हैं, जिसकी जांच की जा रही है।
DoJ की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि दंपति ने नकली आईडी के साथ-साथ कंप्यूटर प्रोग्रामों पर बनाए गए ऑनलाइन अकाउंट्स का इस्तेमाल ऑटोमेट पेमेंट्स के लिए किया, ताकि पैसे को थोड़े-थोड़े हिस्से में लूटा जा सके। हो सकता है कि दंपति इस पैसे को वर्चुअल करेंसी एक्सचेंज और डार्कनेट मार्केट्स में मौजूद अकाउंट्स में जमा कर रहे हों और वहां से पैसे को वापस लाया जा रहा हो।
हीथर मॉर्गन ने साल 2009 में सेल्सफोक (SalesFolk) नाम के एक B2B स्टार्टअप की स्थापना की थी। इल्या लिचेंस्टीन को एक टेक उद्यमी बताया जाता है। 2016 के इस मामले में हुए डेवलपमेंट ने सोशल मीडिया के जरिए हलचल मचा दी है। Bitfinex के चीफ टेक्नॉलजी ऑफिसर पाओलो अर्दोइनो ने भी ट्विटर पर इस बारे में अपना पक्ष रखा है।