बिटकॉइन में गिरावट, 96,000 डॉलर से कम हुआ प्राइस, XRP में 20 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी 

अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद बिटकॉइन ने लगातार नए हाई बनाए थे

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Written by आकाश आनंद, अपडेटेड: 2 दिसंबर 2024 15:56 IST
ख़ास बातें
  • पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में बिकवाली का दबाव है
  • Avalanche, Cardano, Solana, Polkadot के प्राइस बढ़े हैं
  • अमेरिका में ट्रंप की जीत के बाद बिटकॉइन ने नए हाई बनाए थे

पिछले महीने बिटकॉइन का प्राइस लगभग 37 प्रतिशत बढ़ा था

मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को गिरावट थी। बिटकॉइन का प्राइस इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर 1.61 प्रतिशत घटकर 95,407 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले कुछ सप्ताह से क्रिप्टो मार्केट में बिकवाली का दबाव है। पिछले महीने बिटकॉइन का प्राइस लगभग 37 प्रतिशत बढ़ा था। 

क्रिप्टो का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 3.5 लाख करोड़ डॉलर का है। इसमें बिटकॉइन की हिस्सेदारी 56 प्रतिशत से अधिक की है। XRP के प्राइस में तेजी आ रही है। इसका प्राइस 21 प्रतिशत से अधिक बढ़कर लगभग 2.33 डॉलर पर था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में दो प्रतिशत से अधिक का नुकसान था। इसका प्राइस लगभग 3,608 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Cardano, Solana, Polkadot, Chainlink और Stellar में तेजी थी। क्रिप्टो मार्केट के एनालिस्ट्स का  कहना है कि अगर बिटकॉइन के स्पॉट ETFs में फंडिंग बढ़ती है तो इसका प्राइस एक लाख डॉलर से ज्यादा हो सकता है। बिटकॉइन के लिए अगला रेजिस्टेंस 98,000 डॉलर पर है। 

अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद बिटकॉइन ने लगातार नए हाई बनाए थे। इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी का प्राइस एक लाख डॉलर के निकट तक पहुंचा था। हालांकि, इसके बाद बिकवाली के भारी दबाव की वजह से बिटकॉइन में गिरावट हुई है। बिटकॉइन के लॉन्ग-टर्म होल्डर्स की इस बिकवाली में बड़ी हिस्सेदारी है। 

मौजूदा वर्ष में बिटकॉइन का प्राइस दोगुने से अधिक बढ़ा है। ट्रंप की जीत के बाद से इसमें 40 प्रतिशत से अधिक की तेजी आई है। इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिका में बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) को मंजूरी मिलने के बाद भी क्रिप्टो मार्केट काफी बढ़ा था। अगले वर्ष की शुरुआत में अमेरिका में ट्रंप की अगुवाई में नई सरकार कार्यभार संभालेगी। इस सरकार के एजेंडा में क्रिप्टो के लिए कानून बनाना शामिल हो सकता है। हाल ही में अमेरिका में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC), के पूर्व चेयरमैन, Jay Clayton ने बताया था कि नई सरकार क्रिप्टोकरेंसीज पर नियंत्रण के लिए कानून बना सकती है। उन्होंने कहा था कि वह रेगुलेटरी बोझ को घटाने के पक्ष में हैं जिससे कंपनियों की लिस्टिंग को प्रोत्साहन मिलेगा। Clayton का कहना था, "मेरा मानना है कि क्रिप्टो के लिए कानून बनाया जाएगा। अगर आप कार्यकारी या प्रशासनिक स्तर पर कुछ समस्याओं से निपट सकते हैं तो क्रिप्टो के लिए कानून बनाना आसान हो सकता है।" 
 

ये भी पढ़ेंभारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

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