मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स की दिलचस्पी बढ़ी है। सॉफ्टवेयर कंपनी MicroStrategy ने लगभग 15,400 बिटकॉइन लगभग 1.5 अरब डॉलर में खरीदे हैं। इस कंपनी के पास बिटकॉइन की पहले से बड़ी होल्डिंग है।
बिटकॉइन का प्राइस सोमवार को लगभग 1.64 प्रतिशत घटकर 94,000 डॉलर कुछ अधिक पर था। माइक्रोस्ट्रैटेजी के पास लगभग 4,02,100 बिटकॉइन हैं। यह इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की 2.1 करोड़ टोकन की कुल सप्लाई का दो प्रतिशत से कुछ कम है।
माइक्रोस्ट्रैटेजी ने पिछले सप्ताह लगभग 15,400 बिटकॉइन 95,976 डॉलर के औसत प्राइस पर खरीदे हैं। अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद से क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। बिटकॉइन के प्राइस ने लगातार नए हाई बनाए थे।
हाल ही में
बिटकॉइन ने 99,000 डॉलर से अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद इसका प्राइस काफी घटा है। इससे माइक्रोस्ट्रैटेजी का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 30 प्रतिशत घटा है। पिछले एक वर्ष में माइक्रोस्ट्रैटेजी का शेयर 500 से अधिक बढ़ा है। इसकी तुलना में बिटकॉइन के प्राइस में लगभग 146 प्रतिशत की तेजी आई है। हालांकि, कंपनी की बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट की स्ट्रैटेजी को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं। इस कंपनी ने शुरुआत में इन्फ्लेशन के खिलाफ हेज के तौर पर बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने का फैसला किया था।
हाल ही में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने लगभग 55,000 बिटकॉइन की खरीदारी लगभग 5.4 अरब डॉलर में की थी। अमेरिकी रेगुलेटर SEC को एक फाइलिंग में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बताया था कि उसने 18 से 24 नवंबर के बीच लगभग 5.4 अरब डॉलर के बिटकॉइन खरीदे हैं। इसके लिए 97,862 डॉलर प्रति बिटकॉइन का औसत प्राइस चुकाया गया था। कंपनी ने बताया था कि उसने इस खरीदारी के लिए शेयर्स की बिक्री और कन्वर्टिबल नोट्स से मिले फंड का इस्तेमाल किया है। यह कंपनी शुरुआत में कैश के बदले बिटकॉइन खरीदती थी। इसके बाद से माइक्रोस्ट्रैटेजी ने बिटकॉइन खरीदने के लिए शेयर्स और कन्वर्टिबल डेट की बिक्री से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल कर रही है। ट्रंप की जीत और क्रिप्टो का समर्थन करने वाले उम्मीदवारों के कांग्रेस में पहुंचने से क्रिप्टो मार्केट के लिए रेगुलेटरी स्थिति बेहतर होने की संभावना बढ़ी है। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप ने इस सेगमेंट के लिए सख्त रेगुलेशन नहीं बनाने का संकेत दिया था।