Bloomberg के एक एनालिस्ट ने कहा कि बिटकॉइन की कीमत में हाल ही में बहुत ज्यादा उतार चढ़ाव देखा गया है। मगर इस साल इसके 100,000 डॉलर (लगभग 73.65 लाख रुपये) को पार करने की संभावना है। माइक मैकग्लोन ने एक चार्ट ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, यह दर्शाता है कि बिटकॉइन इस साल 100,000 डॉलर के निशान तक क्यों पहुंच सकता है। उनका कहना है कि बिटकॉइन के "2021 में बड़ी प्रोग्रेस" करने की संभावना है क्योंकि मेन स्ट्रीम के अधिकतर लोग दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी को अपनाते हैं। उनका मानना है कि अगर बिटकॉइन उस स्तर तक पहुंच पाता है तो यह पिछले बिटकॉइन ट्रेडिंग रुझानों और इसकी गिरती सप्लाई के कारण भी होगा। बिटकॉइन प्रोटोकॉल के अनुसार सप्लाई में 21 मिलियन से अधिक कॉइन नहीं हो सकते हैं।
मैकग्लोन का यह एनालिसिस बिटकॉइन सहित प्रमुख
क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में न सोची जा सकने वाली गिरावट के बाद आया है। उन्हें इस बात का अनुमान हो सकता है कि बिटकॉइन ने अब इस साल अप्रैल-मई में क्रैश के दौरान हुई गिरावट की भरपाई कर ली है और अब इसमें एक बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है।
CoinMarketCap के अनुसार, वर्तमान में बिटकॉइन 45,542 डॉलर (लगभग 33.54 लाख रुपये) पर ट्रेड कर रहा है, और यह 50,000 डॉलर (लगभग 36.83 लाख रुपये) के बैरियर को तोड़ने का प्रयास कर रहा है। 21 सितंबर (दोपहर 2:53 बजे IST) तक,
भारत में बिटकॉइन की कीमत 36.6 लाख रुपये थी।
बिटकॉइन की सप्लाई 21 मिलियन (2.1 करोड़) कॉइन पर सीमित होने के साथ, मैकग्लोन का मानना है कि घटती सप्लाई कीमत बढ़ाने को पुश करेगी। इसके चलते कुछ लोगों ने दावा किया है कि बिटकॉइन इनफ्लेशन के खिलाफ सबसे अच्छा बचाव है। बिटकॉइन और
इथेरियम के बाद, दो सबसे बड़े क्रिप्टो कॉइन, अप्रैल-मई में क्रैश से बच गए। Bloomberg के Crypto Outlook के सितंबर एडिशन ने बिटकॉइन के लिए 100,000 डॉलर और ईथर के लिए 5,000 डॉलर (लगभग 3.68 लाख रुपये) का स्तर अनुमानित किया था।
पिछले महीने, मैकग्लोन ने जोर देकर कहा था कि क्रिप्टोकरेंसी उद्योग को रेगुलेट करने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के किसी भी कदम से बिटकॉइन की कीमत में वृद्धि हो सकती है।