मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में बुधवार को 0.18 प्रतिशत की तेजी के साथ शुरुआत हुई। इसका प्राइस 16,693 डॉलर पर था। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू लगभग 25 डॉलर बढ़ी है। हालांकि, पिछले एक वर्ष में इस सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी का प्राइस काफी गिरा है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether के प्राइस में लगभग 1.52 प्रतिशत की तेजी थी। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, Ether का प्राइस लगभग 1,230 डॉलर पर था। इसके अलावा Tether, USD Coin, Ripple और Binance USD जैसे स्टेबलकॉइन्स में भी बढ़त थी। Binance Coin, Cardano, Polygon, Litecoin, Solana और Polkadot का प्राइस भी बढ़ा है। गिरावट वाले ऑल्टकॉइन्स में Tron, Stellar, Elrond और Iota शामिल थे। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.60 प्रतिशत बढ़कर 818 अरब डॉलर पर है।
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का भी इस मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली है। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा है। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से दिया गया था। एक्सचेंज के लिए मुश्किलों की शुरुआत पिछले महीने हुई थी जब इसकी बैलेंस शीट पर सवाल उठे थे।
पिछले वर्ष लगभग 5.5 लाख बिटकॉइन क्रिप्टो एक्सचेंजों से निकल गए थे।
बिटकॉइन के मौजूदा प्राइस पर इनकी वैल्यू नौ अरब डॉलर से अधिक की है। ऑन-चेन एनालिटिक्स फर्म Glassnode का कहना है कि ये बिटकॉइन कोल्ड स्टोरेज में पहुंचे हैं, जो नॉन-इंटरनेट क्रिप्टो वॉलेट्स होते हैं। इनमें हार्डवेयर वॉलेट्स या पेपर वॉलेट्स शामिल हैं।