मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में गुरुवार को तीन प्रतिशत की तेजी के साथ ट्रेडिंग की शुरुआत हुई। बिटकॉइन का प्राइस 22,884 डॉलर पर था। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसमें लगभग 3.50 प्रतिशत की तेजी थी। पिछले एक दिन में बिटकॉइन की वैल्यू लगभग 755 डॉलर बढ़ी है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में 5.42 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। Gadgets 360 के
क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, इसका प्राइस 1,670 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Binance Coin, Cardano, Polygon, Solana, Polkadot और Litecoin में तेजी थी, जबकि USD Coin और Binance USD जैसे स्टेबलकॉइन्स में गिरावट आई है। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 3.78 प्रतिशत बढ़कर लगभग 1.09 लाख करोड़ डॉलर हो गया। क्रिप्टोकरेंसीज के लिए इस वर्ष की शुरुआत पॉजिटिव हुई है और इनमें पिछले वर्ष की भारी गिरावट के बाद रिकवरी हो रही है।
क्रिप्टो सेगमेंट को भारत में बैन नहीं लगाए जाने से कुछ राहत मिली है। देश के बुधवार को सामने आए बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टो सेगमेंट पर बंदिशें लगाने के बारे में बात नहीं की। बजट में क्रिप्टोकरेंसीज का कोई जिक्र नहीं था। इससे क्रिप्टो इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को निराशा भी हुई है, जो इस सेगमेंट के लिए टैक्स पर कुछ छूट की उम्मीद कर रहे थे।
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल
FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी। FTX के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर क्लाइंट्स के फंड का इस्तेमाल किया गया था। एक्सचेंज के चीफ इंजीनियर ने कोड में बदलाव कर FTX के फाउंडर Sam Bankman Fried की फर्म Alameda Research को उधार ली गई रकम पर नुकसान उठाने के बावजूद उसके एसेट्स बेचने से छूट दी थी। इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने पकड़ा था। SEC ने बताया कि इससे Alameda Research को बिना किसी लिमिट के क्रेडिट दिया जा रहा था। फर्म को दो वर्षों में अरबों डॉलर का उधार गोपनीय तरीके से मिला था।