Zomato ने फेस्टिव सीजन के बीच अपनी प्लेटफॉर्म फीस को करीब 60 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ा दिया है। बता दें कि पिछले कुछ समय से भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी हर एक ऑर्डर पर 6 रुपये प्लेटफॉर्म फीस ले रही थी। इस फैसले को पहले से ही यूजर्स की आलोचनाओं से गुजरना पड़ रहा था और अब कंपनी ने इस फीस को बढ़ाने का फैसला लिया है। फीस में बढ़ोतरी के बाद से यूजर्स ने गुस्सा निकालने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। वहीं, Zomato के फाउंडर और सीईओ ने इस फैसले को लेकर प्रतिक्रिया भी दी है।
Zomato ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस को 6 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया है, जो करीब 67% का हाइक है। प्लेटफॉर्म फीस में यह पहली बढ़ोतरी नहीं है, क्योंकि करीब तीन महीने पहले ही फीस को 5 रुपये प्रति ऑर्डर से बढ़ाकर 6 रुपये प्रति ऑर्डर किया गया था। खबर लिखते समय तक यह स्पष्ट नहीं था कि प्लेफॉर्म फीस को सभी शहरों में बढ़ाया गया है या चुनिंदा क्षेत्रों में।
Zomato की प्लेटफॉर्म फीस में हुए इस हाइक के बाद से यूजर्स सोशल मीडिया पर जमकर गुस्सा निकाल रहे हैं। एक यूजर ने
लिखा, "#Zomato ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया। वे स्पष्ट रूप से फेस्टिव रश का फायदा उठा रहे हैं। उन्होंने यह बकवास ₹2 P.O से शुरू की। और अब वे प्रतिदिन 20 लाख से अधिक ऑर्डर संभालते हुए कैश बटोरते हैं।"
एक अन्य यूजर ने
लिखा, "#Zomato ने फेस्टिव सीजन के लिए प्लेटफॉर्म फीस को 10 रुपये तक बढ़ा दिया है। यहां जस्टिफिकेशन है "आपको अब लत लग चुकी है इसलिए हमारा फर्ज है कि हम अब इसका पूरा फायदा उठाए। खाते रहें और ऐप पे बटन दबाते रहें। हमारा अगला वेंचर हेल्थ केयर पे है।"" वहीं एक यूजर
लिखता है, "उसेन बोल्ट से भी तेज है जोमैटो की बढ़ती प्लेटफॉर्म फीस।"
Zomato ने बुधवार को ग्राहकों को ऐप में एक नोटिफिकेशन के जरिए कहा कि बढ़ी हुई फीस प्लेटफॉर्म को अपने बिलों का भुगतान करने में मदद करती है। "त्योहारों की भीड़ के दौरान सेवाओं को बनाए रखने के लिए इसमें थोड़ी बढ़ोतरी की गई है।"
बता दें कि मार्च-तिमाही के शेयरहोल्डर्स के लेटर में, Zomato ने अपने मार्जिन में सुधार के लिए प्लेटफॉर्म फीस को भी मुख्य कारणों में से एक बताया था।