• होम
  • ऐप्स
  • ख़बरें
  • Google को चकमा देकर TikTok हासिल कर रहा था एंड्रॉयड यूज़र्स की अहम जानकारी

Google को चकमा देकर TikTok हासिल कर रहा था एंड्रॉयड यूज़र्स की अहम जानकारी

Android यूज़र्स के मैक एड्रेस एकत्र करने के लिए TikTok द्वारा उपयोग की जाने वाली रणनीति Google की पॉलिसी का उल्लंघन करती है।

Google को चकमा देकर TikTok हासिल कर रहा था एंड्रॉयड यूज़र्स की अहम जानकारी

हाल ही में TikTok को भारत में बैन कर दिया गया है

ख़ास बातें
  • 2015 में गूगल ने ऐप्स को मैक एड्रेस एकत्र करने से किया था प्रतिबंधित
  • फिर भी TikTok ने 15 महीनों तक किया डिवाइसों के आइडेंटिफायर्स को एकत्रित
  • टिकटॉक का दावा कि नवंबर में अपडेट के जरिए बंद कर दिया था प्रोसेस
विज्ञापन
TikTok के एंड्रॉयड ऐप ने कथित तौर पर कम से कम 15 महीनों तक लाखों मोबाइल डिवाइसों से यूनिक आइडेंटिफायर्स एकत्र किए, जो पिछले साल नवंबर में एक अपडेट जारी करने के साथ समाप्त हो गया। यह यूनिक आइडेंटिफ़ायर्स, जिसे मीडिया एक्सेस कंट्रोल (मैक) एड्रेस कहा जाता है, मुख्य रूप से व्यक्तिगत विज्ञापनों को प्रस्तुत करने के उपयोग किया जाता है। यह नई जानकारी उस समय सामने आती है, जब कुछ दिनों पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा देश में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के लिए आदेश पारित किया। ऐप पर चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को अमेरिकी सरकार पर नज़र रखने में मदद करने का आरोप है।

The Wall Street Journal की रिपोर्ट के अनुसार, Android यूज़र्स के मैक एड्रेस एकत्र करने के लिए TikTok द्वारा उपयोग की जाने वाली रणनीति Google की पॉलिसी का उल्लंघन करती है। कहा जाता है कि चीनी इंटरनेट कंपनी बाइटडांस के स्वामित्व वाले प्लेटफॉर्म ने 18 नवंबर को जारी किए एक अपडेट के जरिए इस रणनीति को समाप्त कर दिया था।

2013 में, Apple ने थर्ड-पार्टी के ऐप डेवलपर्स को iPhone यूज़र्स के मैक एड्रेस एकत्र करने से रोका था। Google ने 2015 में उस सूट का अनुसरण किया और Google Play पर मौजूद ऐप्स को यूज़र्स के मैक एड्रेस और IMEI नंबर सहित "व्यक्तिगत रूप से पहचाने जाने योग्य डिवाइस आइडेंटिफायर्स" को एकत्र करने से प्रतिबंधित कर दिया। हालांकि, TikTok ने कथित तौर पर "सीर्केट तरीका" अपनाया और एक अलग रणनीति का उपयोग करके Google के प्रतिबंध को दरकिनार कर दिया।

इस खोज का समय काफी दिलचस्प है, क्योंकि भारत सरकार ने जून के अंत में TikTok पर प्रतिबंध लगा दिया था और अमेरिका भी इस कदम को दोहराना चाह रहा है। पिछले हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा पारित आदेश ऐप को Apple App Store और Google Play दोनों से हटा सकता है और साथ ही प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन को अवैध बना सकता है। वहीं, दूसरी ओर इसके विपरीत Microsoft जैसी कंपनियां बाजार में TikTok की विशिष्ट उपस्थिति का उपयोग करने के लिए TikTok के ग्लोबल ऑपरेशन को हथियाने में रुचि दिखा रही हैं।

Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , TikTok, TikTok ban, TikTok data theft
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Starlink के सैटेलाइट गिर रहे हैं! पृथ्वी के लिए नया खतरा
  2. Ola Shakti: इलेक्ट्रिक स्कूटर के बाद अब इस बिजनेस में भी एंट्री करने को तैयार ओला, कल होगा बड़ा ऐलान!
  3. Uranus और Neptune ग्रहों में सिर्फ गैस नहीं, चट्टानें भी! नई स्टडी में खुलासा
  4. OnePlus Turbo स्पेसिफिकेशंस लीक: 165Hz OLED डिस्प्ले, 7650mAh बैटरी, 100W चार्जिंग का हुआ खुलासा
  5. आ रहा है Apple का अब तक का सबसे पावरफुल MacBook! टीजर वीडियो ने मचाई हलचल
  6. Vivo X300 vs OnePlus 13s vs iPhone 16e: जानें कौन सा स्मार्टफोन है बेस्ट
  7. Moto X70 Air: पतले फोन की रेस में कूदा Motorola, Samsung और Apple को देगा टक्कर!
  8. आपका फोन आपको ट्रैक कर रहा है, जानें इसे कैसे रोकें
  9. Honor Magic 8, Magic 8 Pro का लॉन्च आज, 200MP कैमरा, 7000mAh बैटरी से होंगे लैस! जानें सबकुछ
  10. स्मार्टफोन मार्केट में आई तेजी! Apple, Samsung के प्रीमियम AI स्मार्टफोन्स की बढ़ी डिमांड
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »