मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक (Meta Platforms Inc.) की चौथी तिमाही के नतीजे उम्मीदों से कम होने के बाद मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) की संपत्ति में 31 अरब डॉलर (लगभग 2,31,600 करोड़ रुपये) की गिरावट आई है। जुकरबर्ग की संपत्ति में यह अबतक की सबसे बड़ी एक दिवसीय गिरावट है। बुधवार को मेटा के स्टॉक में ऐतिहासिक गिरावट देखी गई। पिछली तिमाही के मुकाबले मंथली फेसबुक यूजर्स में कोई बढ़ोतरी नहीं होने से कंपनी की फ्यूचर ग्रोथ के बारे में चिंता बढ़ रही है। गुरुवार सुबह मेटा के शेयर 24 फीसदी टूट गए।
Bloomberg Billionaires Index के अनुसार, भारी गिरावट के चलते मेटा के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर मार्क जुकरबर्ग की संपत्ति 92 अरब डॉलर (लगभग 6,87,900 करोड़ रुपये) पर आ गई है, जो बुधवार को मार्केट बंद होते वक्त 120.6 बिलियन अरब (लगभग 9,01,600 करोड़ रुपये) थी। संपत्ति में इतनी गिरावट 37 साल के जुकरबर्ग को जुलाई 2015 के बाद पहली बार दुनिया के टॉप-10 सबसे अमीर लोगों की लिस्ट से बाहर करने के लिए काफी है।
शेयरों में गिरावट की वजह से 31 अरब डॉलर (लगभग 2,31,600 करोड़ रुपये) की संपत्ति का नुकसान एक दिन में होना अब तक का दूसरा सबसे बड़ा नुकसान है। नवंबर में इससे भी बड़ा नुकसान दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक एलन मस्क को हुआ था। उन्होंने एक दिन में 35 अरब डॉलर (लगभग 2,61,700 करोड़ रुपये) की संपत्ति गवाईं थी। यह सब उस ट्विटर पोल के बाद हुआ था, जिसमें मस्क ने लोगों से पूछा था कि क्या उन्हें कंपनी में अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचनी चाहिए।
मेटा के को-फाउंडर्स भी अपनी निजी संपत्ति में अभूतपूर्व गिरावट का सामना कर रहे हैं। दुनिया के 79वें सबसे अमीर व्यक्ति डस्टिन मोस्कोविट्ज़ को बुधवार तक 21.2 अरब डॉलर (लगभग 1,58,500 करोड़ रुपये) की संपत्ति के साथ लगभग 3 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है। एडुआर्डो सेवरिन को 4 अरब डॉलर (लगभग 29,900 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। उनकी संपत्ति 17.5 अरब डॉलर है।
ब्लूमबर्ग द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार, मेटा के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर शेरिल सैंडबर्ग की 2.5 अरब डॉलर (लगभग 18,700 करोड़ रुपये) की निजी संपत्ति में 100 मिलियन डॉलर (लगभग 750 करोड़ रुपये) से अधिक की गिरावट आई है। हालांकि जुकरबर्ग की तुलना में सैंडबर्ग की संपत्ति कंपनी के शेयरों में कम फोकस्ड है।
मेटा की कमाई में यह गिरावट उसकी चुनौतियों को और बढ़ा देती है। कंपनी कई रेगुलेटरी लड़ाइयां लड़ रही है। कंपनी अपने नाम में बदलाव कर मेटा रखने को भी सही ठहराने की कोशिश कर रही है। इस बीच टिकटॉक (TikTok) और यूट्यूब (Youtube) जैसे प्लेटफॉर्म युवा यूजर्स के बीच जमीन हासिल करने में जुटे हैं।