एलन मस्क (Elon Musk) के ट्विटर (Twitter) अधिग्रहण के बाद से गलत जानकारी को ढूंढ निकालने वाले एक्सपर्ट्स डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) की वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने जनवरी 2021 में ट्रम्प को स्थायी रूप से हटा दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प को ट्विटर से हटाने का कारण यह दिया कि इनके ट्वीट्स US Capitol में 6 जनवरी 2021 को हुए आपराधिक कृत्यों को दोहराने के लिए प्रोत्साहित करने वाले थे। हालांकि, इस हफ्ते की शुरुआत में Musk ने कहा कि वो इस बैन को रिवर्स कर देंगे।
ट्विटर का चार्ज लेने के कुछ ही घंटों में और अधिग्रहण को आधिकरिक तौर से कन्फर्म करने से पहले ही Musk ने रिपोर्ट्स की मानें तो पूर्व प्रेजिडेंट को ट्विटर पर वापस लाने के लिए पहला कदम उठा भी लिया था। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने ट्विटर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, मुख्य वित्तीय अधिकारी और सामान्य वकील के साथ कानूनी और नीति के प्रमुख विजया गड्डे को बर्खास्त कर दिया।
नागरिक अधिकारों के वकीलों ने यह चेतावनी दी है कि मस्क द्वारा जो बदलाव प्रस्तावित किए जा रहे हैं वो काफी अस्पष्ट हैं और अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर कंटेंट पर बारीकी से ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे प्लेटफार्म का कट्टरपंथियों का सर्च इंजन बनने का खतरा बढ़ता है। ट्रम्प को विशेष रूप से वापस लौटने की अनुमति देने पर कंटेंट पर प्रभाव पड़ सकता है।
अपने समय पर प्लेटफार्म पर पूर्व प्रेजिडेंट के 88 मिलियन से ज्यादा फॉलोवर थे। उन्होंने मीडिया के खिलाफ हिंसा, कंपनियों के बारे में मार्किट हिला देने वाले ट्वीट्स और परमाणु युद्ध की धमकियों जैसा अजीबो-गरीब कंटेंट शेयर किया। उनको ट्विटर पर वापस आने की अनुमति देने से उनकी रीच और भी ज्यादा बढ़ सकती है। फिलहाल सोशल मीडिया प्लेटफार्म पहले से ही गलत जानकारी को फैलने से रोकने के लिए स्ट्रगल कर रहे हैं, ऐसे में उनकी रीच बढ़ना और प्लेटफार्म पर वापसी जोखिम भरा हो सकता है, ऐसा एक्सपर्ट्स का कहना है।
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