ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म अमेजॉन (Amazon) पर गांजा बेचने का आरोप लगा है। इस मामले में पुलिस ने अमेजॉन की लोकल यूनिट के सीनियर अधिकारियों पर नारकोटिक्स कानूनों के तहत केस दर्ज किया है। मध्य प्रदेश की पुलिस ने 14 नवंबर को 20 किलोग्राम गांजे के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया था। अपनी जांच में पुलिस ने पाया कि आरोपी दूसरे राज्यों में इसे सप्लाई करने के लिए एक नैचुरल स्वीटनर की आड़ में गांजे की तस्करी कर रहे थे, जिसके लिए अमेजॉन इंडिया की वेबसाइट का इस्तेमाल किया जा रहा था।
एक बयान में मध्य प्रदेश की पुलिस ने कहा कि अमेजॉन इंडिया के कार्यकारी निदेशकों को नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत आरोपी के रूप में नामित किया जा रहा है, क्योंकि पुलिस की ओर से पूछे गए सवालों के जवाब में कंपनी की ओर से उपलब्ध कराए गए डॉक्युमेंट्स और डिस्कशन में सामने आए फैक्ट्स में अंतर है। हालांकि पुलिस ने यह खुलासा नहीं किया कि कितने अधिकारियों पर आरोप लगाए गए।
इस मामले में पुलिस ने अमेजॉन के अधिकारियों को बुलाया और बात की थी। पुलिस का अनुमान है कि लगभग एक हजार किलो गांजा, जिसकी कीमत लगभग $148,000 (लगभग 1.1 करोड़ रुपये) है, उसे अमेजॉन के जरिए बेचा गया।
वहीं, अमेजॉन ने भी अपने बचाव में बयान जारी करते हुए कहा है कि कंपनी कानूनी रूप से बैन प्रॉडक्ट्स की लिस्टिंग और बिक्री की अनुमति नहीं देती है और उल्लंघन होने पर अपने सेलर्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है। वेबसाइट के जरिए हुई इस कथित तस्करी के बारे में कंपनी का यह भी कहना है कि वह आरोपों की जांच कर रही है।
गौरतलब है कि इंडियन अथॉरिटीज ने बीते कुछ साल में नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अपनी कोशिशों को तेज कर दिया है। कई हाई-प्रोफाइल एक्टर, सिलेब्रिटीज के बच्चे और टीवी पर्सनैलिटी नशीले पदार्थों के मामले में अधिकारियों की जांच के दायरे में हैं। अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से इस सिलसिले ने जोर पकड़ा है। बीते दिनों शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान पर भी इस तरह के आरोप लगे थे और उन्हें कई दिन जेल में गुजारने पड़े थे।