Apple Watch के SOS फीचर ने एक स्टूडेंट की ऐसे बचाई जान

कार्बन मोनोऑक्साइड एक ऐसी गैस होती है, जिसका न रंग होता है और न ही कोई बदबू या टेस्ट। रिपोर्ट बताती है कि इस गैस से अमेरिका में साल में करीब 400 लोगों की मौत हो जाती है और करीब 50,000 लोग अस्पताल के इमरजेंसी रूम में पहुंच जाते हैं।

Apple Watch के SOS फीचर ने एक स्टूडेंट की ऐसे बचाई जान
ख़ास बातें
  • नासत्का को बहुत थकान हो रही थी और आंखों से सब धुंधला दिखने लगा था
  • नासत्का ने अपनी Apple Watch के SOS फीचर की मदद ली
  • इस गैस से अमेरिका में साल में करीब 400 लोगों की मौत हो जाती है
विज्ञापन
पिछले कुछ वर्षों में Apple Watch के कुछ फीचर्स के चलते कई लोगों की जिंदगी बचने की खबरें रिपोर्ट हुई हैं। ऐसी ही एक घटना हाल ही में अमेरिका में घटित हुई, जहां एक छात्रा ने उसकी जिंदगी बचाने के पीछे Apple Watch का SOS फीचर बताया। डेलावेयर में रहने वाली नैटली नासत्का (Natalie Nasatka) नाम की एक महिला एक जहरीली गैस का शिकार होने से बच गईं, क्योंकि उसकी Apple Watch ने समय रहते SOS कॉल कर डाली। आइए पूरा मामला समझते हैं।

बात बीते 29 दिंसबर की बताई जा रही है, जब नासत्का को बहुत थकान हो रही थी और आंखों से सब धुंधला दिखने लगा था। उसने तुरंत मदद के लिए Apple Watch का सहारा लिया। नासत्का ने अपनी वॉच के SOS फीचर की मदद ली। बाद में पता चला कि उसकी यह हालत कार्बन मोनोऑक्साइड के कारण हुई थी। 

नासत्का ने समाचार टेलीविजन CBS को बताया कि वह अपने अपार्टमेंट में थी, जब उसे बेहद थकान होने लगी और उसे सब धुंधला दिखाई देने लगा। इससे पहले वह बेहोश होती, नैटली ने अपनी Apple Watch से SOS बटन दबा दिया, जिससे एक आपातकालीन कॉल 911 (अमेरिकी आपातकालीन नंबर) से कनेक्ट हो गई।

नैटली ने चैनल को बताया, (अनुवादित) "जब मैंने अग्निशामकों को 'अग्निशमन विभाग' चिल्लाते हुए सुना और उन्होंने मुझे बिस्तर से बाहर निकाला, तो मैं रोने लगी और कहने लगी, 'मैं जीना चाहती हूं। ''मैं जीना चाहती हूं।''

कार्बन मोनोऑक्साइड एक ऐसी गैस होती है, जिसका न रंग होता है और न ही कोई बदबू या टेस्ट। रिपोर्ट बताती है कि इस गैस से अमेरिका में साल में करीब 400 लोगों की मौत हो जाती है और करीब 50,000 लोग अस्पताल के इमरजेंसी रूम में पहुंच जाते हैं।

नासत्का का कहना है कि वह भाग्यशाली थी कि मदद जल्दी पहुंच गई और ऑक्सीजन के साथ एम्बुलेंस में उसे जिंदा रखा जा सका।

उसने कहा, "कार्बन मोनोऑक्साइड की पुष्टि की गई क्योंकि अग्निशमन विभाग के मॉनिटर ने अपार्टमेंट में 80 पार्ट्स प्रति मिलियन की रीडिंग का पता लगाया, जो बहुत अधिक है।"

नैटली का मानना ​​है कि गैस का रिसाव खराब हीटर से हुआ है, जो सर्दियों में कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के प्रमुख कारणों में से एक होता है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. Samsung Galaxy F55 5G के भारत में लॉन्च से पहले प्राइस लीक, 12GB रैम, 5000mAh बैटरी से होगा लैस!
  2. भारत का ट्रिप कैंसल करने के बाद चीन पहुंचे Elon Musk
  3. GT vs RCB Live: गुजरात टाइटंस vs रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर IPL मैच कुछ ही देर में, यहां देखें फ्री!
  4. Xiaomi ने लॉन्च किया 20000mAh बैटरी का पावर बैंक, 33W फास्ट चार्जिंग का भी सपोर्ट, जानें कीमत
  5. WhatsApp ने बदला रंग! आई नई कलर स्कीम
  6. Work From Home Jobs: ये 30 कंपनियां दे रहीं 100% वर्क फ्रॉम होम जॉब, सैलरी Rs 80 लाख तक!
  7. Air Pollution Effects: वायु प्रदूषण से स्वांस संबंधी इस गंभीर बिमारी का खतरा!
  8. LSG Vs RR Live: लखनऊ और राजस्थान के बीच IPL मैच अब से कुछ ही देर में, यहां देखें फ्री
  9. Apple 12.9 इंच iPad Air में OLED की बजाए LCD पैनल करेगी इस्तेमाल!
  10. Infosys फाउंडर की सलाह पर Wakefit का 70 घंटे काम करने का नया अंदाज, देखें वीडियो
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »