Ray-Ban Meta स्मार्ट ग्लास का यूज हार्वर्ड इंजीनियरिंग के दो छात्रों द्वारा एक ऐप बनाने के लिए किया गया था जो लोगों के बारे में संवेदनशील जानकारी को बिना उनके पता लगे एक्सपोज कर सकता है। छात्रों ने X प्लेटफॉर्म पर वीडियो का एक डेमो पोस्ट किया और ऐप की क्षमता को दिखाया। ऐप को यूजर्स के लिए सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है, इसके बजाय, उन्होंने इसे AI-पावर्ड वियरेबल्स के खतरों को उजागर करने के लिए बनाया है, जो कैमरों का उपयोग कर लोगों की तस्वीरें कैप्चर कर सकते हैं।
I-Xray नाम वाला यह ऐप चेहरे की पहचान के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करता है और फिर व्यक्तियों को डॉक्स करने के लिए प्रोसेस्ड विजुअल डेटा का उपयोग करता है। डॉक्सिंग एक लोकप्रिय इंटरनेट स्लैंग जो "ड्रॉपिंग डॉक्स (दस्तावेजों)" के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह किसी की सहमति के बिना उसके बारे में व्यक्तिगत जानकारी एक्सपोज करने का कार्य है।
इसे Ray-Ban Meta स्मार्ट ग्लास के साथ जोड़ा गया था, लेकिन डेवलपर्स ने कहा कि यह कैमरे वाले किसी भी स्मार्ट ग्लास के साथ काम करेगा। यह रिवर्स फेशियल रिकग्निशन के लिए PimEyes और FaceCheck के समान AI मॉडल का यूज करता है। यह तकनीक किसी व्यक्ति के चेहरे का ऑनलाइन सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इमेज से मिलान कर सकती है और यूआरएल की जांच कर सकती है।
फिर एक अन्य लार्ज लैंगुएज मॉडल (LLM) को इन यूआरएल को फीड किया जाता है और व्यक्ति का नाम, बिजनेस, एड्रेस और अन्य समान डेटा का पता लगाने के लिए एक ऑटोमेटिक प्रॉम्प्ट जनरेट होता है। एआई मॉडल सार्वजनिक रूप से उपलब्ध सरकारी डेटा जैसे वोटर रजिस्ट्रेशन डेटाबेस को भी खंगालता है। साथ ही इसके लिए FastPeopleSearch नाम के एक ऑनलाइन टूल का भी इस्तेमाल किया गया।
एक शॉर्ट डेमो वीडियो में हार्वर्ड के छात्रों अनहफू गुयेन और केन अर्डेफियो ने भी इस ऐप के काम करने के तरीको को दिखाया। वे पहले से ही चालू कैमरे के साथ अजनबियों से मिलने और उनका नाम पूछने में सक्षम थे, जिसके बाद AI-पावर्ड ऐप ने व्यक्ति के बारे में व्यक्तिगत डेटा ढूंढने का काम किया।
Google Docs
फाइल में डेवलपर्स ने कहा, "एलएलएम और रिवर्स फेस सर्च के बीच यह तालमेल पूरी तरह से स्वचालित और व्यापक डेटा निष्कर्षण की अनुमति देता है जो पहले अकेले पारंपरिक तरीकों से संभव नहीं था।"
छात्रों ने कहा है कि उनका इस ऐप को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराने का इरादा नहीं है और उन्होंने इसे केवल एआई-इनेबल वियरेबल्स के जोखिमों को उजागर करने के लिए विकसित किया है। हालांकि, इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि बुरा इरादा रखने वाले इस तरह के तरीकों का इस्तेमाल करके समान ऐप नहीं बना सकते हैं।