वॉट्सऐप का मालिकाना हक रखने वाली Meta के प्रवक्ता ने कहा कि वॉट्सऐप के पास ऐसे सिस्टम हैं जिनसे इस तरह के मैसेज भेजने वाले बिजनेस को यूजर्स से फीडबैक मिलने के बाद सस्पेंड कर दिया जाता है
WhatsApp ने इस साल की शुरुआत में कहा था कि यूज़र्स को 8 फरवरी तक इस नई पॉलिसी की सभी शर्तों को अपनाना होगा, लेकिन डेटा-साझाकरण पर हुई आलोचनाओं के चलते इस तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था।
WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी में कई पॉइन्ट्स ऐसे थे, जो फेसबुक से डेटा साझा करने की बात कर रहे थे। इसके चलते लोगों ने WhatsApp को बॉयकॉट कर Telegram और Signal को चुनने का फैसला करना शुरू कर दिया।