फुटे ने ग्लास सिलेंडर के अंदर पारा थर्मोमीटर रखे और पता लगाया कि जिस सिलेंडर में कार्बन डाइऑक्साइड थी, वह सूरज की रोशनी में सबसे ज्यादा गर्म हुआ। यानि कि जितनी ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड, उतनी ज्यादा गर्मी।
रिपोर्ट कहती है कि मानव ने अपनी गतिविधियों के कारण 1800 से लेकर अब तक धरती का तापमान 1.14 डिग्री सेल्सियस बढ़ा दिया है। यह 0.2 डिग्री सेल्सियस प्रति दशक की दर से बढ़ रहा है।
दीमक जब खराब लकड़ी (dead wood) को खाता है तो इससे कार्बन डाइऑक्साइड और मिथेन जैसी गैसें निकलती हैं। ये गैसें वायुमंडल में इकट्ठा होकर धरती का तापमान बढ़ाने में सहायक बन रही हैं।
इस खबर को लिखने तक, तस्वीर को 9 लाख से ज्यादा यूज़र्स द्वारा लाइक किया जा चुका था। कई लोगों ने तस्वीर की खूबसूरती को निहारा और कई यूज़र्स ने क्लाइमेट चेंज व ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर चिंता व्यक्त की।