दुनिया के सबसे भारी रॉकेट में रूप में ‘शोहरत’ पा चुका स्पेसएक्स का ‘स्टारशिप’ (Starship) एक बार फिर टेस्ट फ्लाइट से गुजरने जा रहा है। भारतीय समय के अनुसार, 19 नवंबर की रात करीब 2.45 बजे इसे लॉन्च किया जा सकता है। पिछली पांचों टेस्ट फ्लाइट्स की तरह इस बार भी रॉकेट के दोनों हिस्सों- फर्स्ट स्टेज और अपर स्टेज को परखा जाएगा।
SpaceX अपने Starship की 6ठवीं टेस्ट फ्लाइट को 19 नवंबर को स्पेस में भेजेगी। स्पेस एक्स ने अपने स्टारशिप पर केले का फोटो लगा रखा है जो इस वक्त इंटरनेट पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल रॉकेट की अपर स्टेज में Starship है। जबकि फर्स्ट स्टेज में बहुत बड़ा बूस्टर लगा है। दोनों को मिलाकर यह 400 फीट ऊंचा है। साइज की तुलना के लिए केले का स्टीकर लगाया गया है।
DoT इंडिया ने फ्लाइट एंड मैरिटाइम कनेक्टिविटी रूल्स, 2018 में संशोधन किया है। नया नियम ऊंचाई की परवाह किए बिना विमान में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग की अनुमति मिलते ही उड़ान के दौरान वाई-फाई उपलब्ध कराने की अनुमति देता है। एक सब-रूल में कहा गया है कि भारतीय हवाई क्षेत्र में विमान यात्रियों को मिनिमम 3,000 मीटर की ऊंचाई पर वाई-फाई के जरिए इंटरनेट का एक्सेस दे सकते हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख, S Somanath ने गगनयान मिशन को एक वर्ष के लिए टालने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में देश के एस्ट्रोनॉट मिशन से पहले बिना क्रू वाली कई टेस्ट फ्लाइट की जाएंगी। हाल ही में एयरोस्पेस इंडस्ट्री को लगे कुछ झटकों की वजह से गगनयान मिशन की तैयारी को लेकर ISRO पूरी सतर्कता बरत रहा है।
दुनियाभर की प्राइवेट स्पेस कंपनियां आने वाले वर्षों में लोगों को अंतरिक्ष की सैर कराना चाहती हैं। शुरुआत में सिर्फ वही लोग स्पेस में जा सकेंगे, जिनके पास अकूत दौलत है। चीनी स्टार्टअप डीप ब्लू एयरोस्पेस (Deep Blue Aerospace) का कहना है कि उसके पास एक रॉकेट के पहले दो टिकट हैं। यह रॉकेट अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर साल 2027 में उड़ान भरेगा। टिकटों के लिए कंपनी 1.5 मिलियन युआन (लगभग 17.7 करोड़ रुपये) चार्ज कर रही है।
प्राइवेट कंपनियां भी इस मार्केट को उम्मीदों से देख रही हैं। बहुत जल्द SSLV को स्काईरूट के 'विक्रम' (Vikram) और अग्निकुल कॉसमॉस के अग्निबाण (Agnibaan) रॉकेट से चुनौती मिलेगी।
LCA MK2 : 4.5 जेनरेशन वाले LCA Mark 2 (एलसीए मार्क 2) फाइटर जेट मार्च 2026 तक उड़ान भरना शुरू कर देंगे। इनका बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन साल 2029 तक शुरू होने की उम्मीद है।
Starship Next Launch : 400 फुट ऊंचा स्टारशिप अबतक चार परीक्षणों से गुजर चुका है। शुरुआती विफलताओं के बाद इसने उम्मीदें दिखाईं और अपने चौथे टेस्ट में लगभग कामयाब रहा।
What is Abhyas : ओडिशा के चांदीपुर स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज से ‘अभ्यास’ नाम के ‘हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट’ के उड़ान परीक्षणों की सीरीज को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है।