Elon Musk की स्पेस कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) की स्टारलिंक सैटेलाइट सर्विस ने अहम कामयाबी हासिल की है। अमेरिका के फेडरल कम्युनिकेशंस कमीशन (FCC) ने स्टारलिंक को देश के कुछ हिस्सों में डायरेक्ट-टू-सेल सर्विस देने की मंजूरी दे दी है। आसान भाषा में समझाएं तो अब अमेरिकी यूजर्स के मोबाइल में सीधे सैटेलाइट से नेटवर्क आएगा और वो अपने प्रियजनों से कनेक्ट कर पाएंगे। हालांकि यह मंजूरी उत्तरी कैरोलिना के इलाकों के लिए दी गई है, क्योंकि वहां तूफान हेलेन के कारण टेलिकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा है।
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रिपोर्टों के अनुसार, सैटेलाइट के जरिए फोन नेटवर्क की अनुमति स्टारलिंक और टी-मोबाइल को दी गई है और इसका फायदा तूफान हेलेन से जूझ रहे लोगों को हो रहा है। प्राकृतिक आपदा के कारण स्टारलिंक को यह मौका दिया गया है, लेकिन इसने अमेरिका के दूरसंचार नेटवर्क की तकनीक का नया रास्ता खोल दिया है।
स्टारलिंक काफी वक्त से तैयारी कर रही है कि उसके सैटेलाइट सीधे पृथ्वी पर मोबाइल नेटवर्क देने में सक्षम हों। कंपनी का कहना है कि उत्तरी कैरोलिना में सभी सेल फोन पर इमरजेंसी अलर्ट मिल रहे हैं। तूफान हेलेन के कारण इलाके के 74 फीसदी से ज्यादा सेल टावर प्रभावित हुए हैं।
क्या है Starlink का प्रोजेक्ट?
स्टारलिंक और टी-मोबाइल मिलकर ‘कवरेज एबव एंड बियॉन्ड' (Coverage Above and Beyond) नाम के प्रोजेक्ट पर काम कर रही हैं। इसका मकसद टी-मोबाइल कस्टमर्स को हर जगह स्मार्टफोन कनेक्टिविटी प्रदान करना है। अमेरिका में लगभग 500,000 वर्ग मील (1.3 मिलियन वर्ग किलोमीटर) इलाके में किसी भी टेलिकॉम ऑपरेटर का नेटवर्क नहीं है। कवरेज एबव एंड बियॉन्ड इसी का सॉल्यूशन बनने की तैयारी है।
टी मोबाइल का कहना है कि स्पेसएक्स की डायरेक्ट-टू-सेल सर्विस अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है, लेकिन उत्तरी कैरोलिना में इसका इस्तेमाल एक तरह की टेस्टिंग है, जो लोगों को सहूलियत के साथ-साथ यह एहसास कराता है वो मुश्किल हालात में भी कनेक्ट हर सकते हैं। इससे इलाके में मौजूद बचाव टीमों को भी मदद मिल रही है।