5G मोबाइल नेटवर्क के रोलआउट के बाद दुनिया के तमाम देश 6G की तैयारियों में जुट गए हैं। भारत ने भी इस दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं। पड़ोसी देश चीन अपने यहां तेजी से
5G नेटवर्क का विस्तार कर रहा है और
6G को लेकर भी उसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन के तीसरे सबसे बड़े वायरलैस नेटवर्क ऑपरेटर ‘चाइना यूनिकॉम' (China Unicom) ने उम्मीद जताई है कि 6G टेक्नॉलजी से जुड़ी टेक्निकल रिसर्च और शुरुआती ऐप्लिकेशंस साल 2025 तक लॉन्च हो सकती हैं। रिपोर्ट में उम्मीद जताई गई है कि चीन में अगले दशक की शुरुआत तक 6G मोबाइल नेटवर्क का रोलआउट शुरू हो सकता है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की
रिपोर्ट के अनुसार, स्विटजरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम के शिखर सम्मेलन में चाइना यूनिकॉम के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी लियू लिहोंग ने इस टाइमलाइन का खुलासा किया। सम्मेलन में शामिल हुए लियू ने कहा कि साल 2025 तक शुरुआती 6G "ऐप्लिकेशन सिनारियो" चीन में पेश किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा इंटरनेट यूजर आबादी वाला देश और सबसे बड़ा स्मार्टफोन मार्केट है। साल 2019 से ही चीन में 6G पर रिसर्च चल रही है। चीनी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, देश में 6G का कमर्शल लॉन्च साल 2030 से शुरू होने की उम्मीद है।
वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में शामिल हुए चीन के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री जिन झुआंगलोंग ने भी 6G पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि चीन दुनियाभर में 6G से जुड़ी रिसर्च और डेवलपमेंट को लीड कर रहा है। 6G को लेकर चीन में एक सम्मेलन 22 से 24 मार्च के बीच भी आयोजित किया गया था। उस सम्मेलन में टेलिकॉम इंडस्ट्री के तमाम एक्सपर्ट शामिल हुए थे। सबके बीच यह आम राय बनी कि चीन में साल 2030 तक 6G मोबाइल सेवाओं की शुरुआत हो जाएगी। रिपोर्ट के अनुसार, चीन के 3 टेलिकॉम नेटवर्क ऑपरेटर 6G से जुड़ीं रिसर्च में शामिल हैं। इनमें चाइना मोबाइल, चाइना टेलीकॉम और चाइना यूनिकॉम शामिल हैं।
खास यह है कि दुनिया के अन्य देश भी 6G से जुड़ी रिसर्च शुरू कर चुके हैं और 5G मोबाइल नेटवर्क के रोलआउट में चीनी टेक्नॉलजी कंपनियों को प्राथमिकता नहीं दे रहे।