ट्राई (TRAI) ने बैंकों, वित्तीय संस्थानों सहित कुछ अन्य संस्थाओं को कुछ अहम निर्देश दिए, जिनमें कहा गया है कि इन्हें मैसेज हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट को वैरिफाई कराने के प्रोसेस को तुरंत पूरा करने की जरूरत है। रेगुलेटर पिछले कुछ समय से उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाने का काम कर रहा है, जिनमें से एक उन्हें आपत्तिजनक मैसेज से बचाना है।
समाचार एजेंसी PTI की
रिपोर्ट के अनुसार, TRAI ने चेतावनी दी है कि प्रमुख संस्थाओं (PE) की ओर से हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट का वैरिफिकेशन प्राप्त करने में किसी भी देरी के चलते उनके हेडर, कंटेंट टेम्पलेट और मैसेज अवरुद्ध हो सकते हैं। ट्राई का कहना है कि रेगुलेटर अगले दो हफ्ते में इस प्रोसेस की समीक्षा करेगा और जरूरत पड़ने पर उपयुक्त निर्देश जारी कर सकता है।
बैंक और अन्य वित्त संबंधित संस्थाएं जैसे कि बीमा कंपनियां, व्यापारिक कंपनियां, व्यापारिक संस्थाएं आदि SMS के जरिए टेलीकॉम ग्राहकों को मैसेज भेजती हैं और इन संस्थाओं को TRAI के नियमों में प्रमुख संस्थाओं (पीई) के रूप में कैटेगराइज किया गया है।
TRAI के नियमों के अनुसार, आने वाले समय में PE को सौंपे गए रजिस्टर्ड हेडर का यूज करके ही कोई कमर्शियल संचार किया जा सकता है। हैडर एक अल्फान्यूमेरिक स्ट्रिंग होता है, जो कमर्शियल संचार के लिए PE को सौंपा जाता है। यदि रजिस्टर्ड हेडर या कंटेंट टेम्प्लेट के विपरीत कोई संचार होता है, तो यूजर तक SMS नहीं पहुंचेगा।
रिपोर्ट आगे बताती है कि ट्राई ने देखा है कि कुछ PE ने बड़ी संख्या में हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट रजिस्टर किए हैं और कई बार इनमें से कुछ टेलीमार्केटर्स द्वारा इनका दुरुपयोग किया जाता है। इसे रोकने के लिए, ट्राई ने 16 फरवरी, 2023 को DLT (डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर टेक्नोलॉजी) प्लेटफॉर्म पर सभी रजिस्टर्ड हेडर और कंटेंट टेम्प्लेट के रीवैरिफाई कराने का निर्देश दिया था और सभी असत्यापित हेडर और मैसेज टेम्प्लेट को क्रमशः 30 और 60 दिनों के भीतर ब्लॉक कर दिया।