एयरटेल ने चुपचाप अपने 349 रुपये और 549 रुपये वाले रीचार्ज पैक में डेटा लिमिट बढ़ा दी है। इसी के साथ ऐसा लगता है कि जियो और प्रतिद्वंदी कंपनियों के बीच छिड़ी जंग अभी तो खत्म होने वाली नहीं है। एयरटेल के इन दोनों रीचार्ज में बदलाव के साथ ग्राहकों को अब 500 एमबी और डेटा मिलेगा। इसके अलावा दूसरी मुफ्त सेवाएं भी हैं। प्लान में इस अपडेट के साथ ही एयरटेल अब डेटा देने के मामले में जियो को चुनौती देने की बेहतर स्थिति में आ गई है। जबकि वोडाफोन और आइडिया को अभी इसी डेटा लिमिट के साथ अपने पैक अपडेट करना बाकी है।
349 रुपये वाले एयरटेल प्लान को सितंबर में लॉन्च किया गया था और उस समय इस पैक में 1 जीबी डेटा हर रोज मिलता था। इसके अलावा 28 दिनों की वैधता के साथ अनलिमिटेड लोकल व एसटीडी कॉल और 100 एसएमएस हर रोज़ भी मिलते थे। नवंबर में इस पैक में हर रोज मिलने वाली डेटा लिमिट को बढ़ाकर
1.5 जीबी कर दिया गया और इससे करीब दो हफ्ते पहले ही
जियो ने अपने पैक अपडेट किए थे। अब, 349 रुपये वाले एयरटेल के प्लान में 2 जीबी डेटा हर रोज मिलने के साथ कुल 56 जीबी डेटा मिलता है। इसके अलावा, यूज़र को इस पैक में रोमिंग पर मुफ्त आउटगोइंग कॉल की सुविधा भी मिलेगी। जियो के 309 रुपये वाले प्लान से तुलना करें तो, इस पैक में 1 जीबी डेटा हर रोज मिलता है, यानी 49 दिनों के लिए 49 जीबी डेटा। इसके अलावा मुफ्त कॉल, 3000 एसएमएस, रोमिंग आउटगोइंग कल और जियो ऐप की सुविधाएं भी मिलती हैं।
इसी तरह, 549 रुपये वाले एयरटेल के प्लान में अभी तक 2.5 जीबी डेटा हर रोज मिलता था, लेकिन अब ग्राहकों को 3 जीबी डेटा हर रोज़ मिलेगा। इसके साथ ही, यूज़र को अनलिमिटेड लोकल और एसटीडी कॉल, 100 एसएमएस और रोमिंग पर मुफ्त आउटगोइंग कॉल की सुविधा भी मिलेगी। 28 दिन की वैधता के साथ, इस पैक में एयरटेल ग्राहकों को कुल 84 जीबी डेटा मिलता है। वहीं जियो, 509 रुपये वाले पैक में 49 दिन की वैधता के साथ हर रोज 1 जीबी डेटा और अन्य मुफ्त सुविधाएं देती है।
एयरटेल की वेबसाइट और ऐप पर, 349 रुपये और 549 रुपये वाले पैक अभी भी पुराने डेटा ऑफर के साथ लिस्ट हैं। लेकिन अब आप इन्हें कार्ट में शामिल करते हैं तो क्रमशः नई डेटा लिमिट 2 जीबी और 3 जीबी प्रतिदिन दिखाता है।
नवंबर में, वोडाफोन और आइडिया ने एयरटेल के 1.5 जीबी हर रोज डेटा लिमिट को टक्कर देने के लिए अपने 348 रुपये और 347 रुपये वाले पैक अपडेट किए थे। इस बार भी कंपनियों द्वारा इसी तरह का कोई फैसला लिए जाने की उम्मीद है। देश में पिछले कुछ समय से डेटा खपत तेजी से बढ़ रही है और इसके चलते सब्सक्राइबर को बनाए रखने के लिए टेलीकॉम कंपनियों को किफ़ायती दाम में ज़्यादा डेटा देना पड़ रहा है।