फेसबुक ने एंड्रॉयड डिवाइस के लिए अपना इंस्टेंट आर्टिकल्स फ़ीचर पेश कर दिया है। इस सोशल मीडिया साइट ने कंटेंट के लिए भारत में पांच पब्लिशर्स के साथ समझौता किया है। आपको बता दें कि
इंस्टेंट आर्टिकल्स फ़ीचर को सबसे पहले अक्टूबर में आईफोन यूज़र के लिए उपलब्ध कराया गया था। इस दौरान एंड्रॉयड ऐप का बीटा वर्ज़न भी उपलब्ध कराया गया था और अब इसे धीरे-धीरे रोल आउट किया जा रहा है।
सीधे फेसबुक पर आर्टिकल पब्लिश करके, न्यूज कंपनियों को उम्मीद है कि उनके कंटेंट की पहुंच सोशल नेटवर्किंग सर्विस पर पहले की तुलना में ज्यादा बेहतर हो जाएगी, खासकर मोबाइल डिवाइस पर। इसके अलावा कंटेंट लोड होने के टाइम में भी सुधार आएगा। यानी यूज़र के तौर पर न्यूज़ कंटेंट को पढ़ने के लिए आपको अब फेसबुक ऐप से बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
फेसबुक इस फीचर के जरिये कंटेंट को अपने सर्वर पर होस्ट करेगा। ऐसा करने से मोबाइल डिवाइस पर आर्टिकल पुराने मॉड्यूल की तुलना में ज्यादा तेजी से अपलोड होंगे। सैद्धांतिक तौर पर यह एक बेहतरीन आइडिया है। क्योंकि 2जी नेटवर्क पर भी यूज़र के लिए कंटेंट उपलब्ध होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा।
दूसरी तरफ, फेसबुक इंटरनेट का गेटकीपर बन जाएगा। कई जानकारों ने फेसबुक के इंस्टेंट आर्टिकल्स प्रोग्राम को लेकर शंका जताई है।
अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इस फीचर को न्यूयॉर्क टाइम्स, गार्जियन, बीबीसी न्यूज़ और बिल्ड जैसे ब्रांड का साथ मिला है। भारत में द क्विंट, आज तक, हिंदुस्तान टाइम्स, इंडिया टुडे और द इंडियन एक्सप्रेस के कंटेंट इस प्रोग्राम पर नज़र आएंगे। फेसबुक फिलहाल यूज़र द्वारा इन कंटेंट के इस्तेमाल के तरीकों पर नज़र रखेगा, फिर 2016 में इस प्लेटफॉर्म को अन्य मीडिया ब्रांड के लिए भी खोला जाएगा।