• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • पृथ्‍वी पर 21 टन का खतरा! अंतरिक्ष में गया चीनी रॉकेट का बूस्टर आउट ऑफ कंट्रोल

पृथ्‍वी पर 21 टन का खतरा! अंतरिक्ष में गया चीनी रॉकेट का बूस्टर आउट ऑफ कंट्रोल

ऐसा तीसरी बार हो रहा है, जब चीन ने अपने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट’ के फर्स्‍ट स्‍टेज के डिस्‍पोज को कंट्रोल नहीं करने का ऑप्‍शन चुना है।

पृथ्‍वी पर 21 टन का खतरा! अंतरिक्ष में गया चीनी रॉकेट का बूस्टर आउट ऑफ कंट्रोल

करीब 21 टन का स्‍टेज अपने आप तैरते हुए दिखाई दे रहा है।

ख़ास बातें
  • चीन ने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट’ के फर्स्‍ट स्‍टेज को नहीं किया कंट्रोल
  • करीब 21 टन का स्‍टेज अंतरिक्ष में तैर रहा है
  • लॉन्ग मार्च 5B रॉकेट की बॉडी काफी बड़ी है
विज्ञापन
अंतरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन बनाने के लिए चीन ने रविवार को पहला लैब मॉड्यूल वेंटियन (Lab Module Wentian) लॉन्च किया था। जिस रॉकेट के जरिए इसे स्‍पेस में भेजा गया, उसका स्‍टेज अपने आप पृथ्‍वी पर गिरने जा रहा है। ऐसा तीसरी बार हो रहा है, जब चीन ने अपने ‘लॉन्ग मार्च 5 बी रॉकेट' के फर्स्‍ट स्‍टेज के डिस्‍पोज को कंट्रोल नहीं करने का ऑप्‍शन चुना है। इससे पहले 2020 और 2021 में चीनी रॉकेट का मलबा अनियंत्रित रूप से पृथ्‍वी पर पहुंचा था। हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स में इन घटनाओं पर नजर रखने वाले अनुभवी ट्रैकर ‘जोनाथन मैकडॉवेल' ने बताया है कि करीब 21 टन का स्‍टेज अपने आप तैरते हुए दिखाई दे रहा है। 

स्‍पेसडॉटकॉम के अनुसार, अमेरिकी सेना ने इसको लेकर अभी तक कोई अलर्ट जारी नहीं किया है, ना ही सोशल मीडिया पर इसकी कोई चर्चा है। सामान्य रूप में रॉकेट स्‍टेज के गिरने से हताहत होने का जोखिम बहुत कम होता है, लेकिन लॉन्ग मार्च 5B रॉकेट की बॉडी काफी बड़ी है। गौरतलब है कि चीन ने रविवार को वेंटियन स्पेस स्टेशन मॉड्यूल को लॉन्च किया था। पहले से तय योजना के अनुसार इसे तियांगोंग स्‍पेस स्टेशन के साथ डॉक किया गया। नेचर एस्ट्रोनॉमी के एक अध्ययन में बताया गया है कि इन विशाल स्‍टेजों को पृथ्वी पर अनियंत्रित रूप से गिरने देने की प्रथा ‘अनावश्यक जोखिम' पैदा करती है। 

इस साल अप्रैल में मध्‍य प्रदेश और महाराष्‍ट्र के आसमान में भी चमकती हुई रोशनी दिखाई दी थी और मलबा आकर कई इलाकों में गिरा था। इसे लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने कहा था कि वह फरवरी 2021 में लॉन्च किए गए चीनी रॉकेट की री-एंट्री का ‘क्‍लोज मैच' था। जब रॉकेट की बॉडीज वायुमंडल में दोबारा प्रवेश करने से बच जाती हैं, तो उसके बाकी हिस्‍से जैसे- नोजल, रिंग और टैंक पृथ्वी पर असर डाल सकते हैं। 

उस वक्‍त भी हार्वर्ड-स्मिथसोनियन सेंटर फॉर एस्ट्रोफिजिक्स के स्‍पेस-वॉचर जोनाथन मैकडॉवेल ने बताया था कि वह मलबा, चीन के 3B रॉकेट का हिस्‍सा था। ऐसी चीजें वातावरण में प्रवेश करने पर बहुत ज्‍यादा गर्मी और घर्षण पैदा करती हैं। इससे वो जल सकती हैं। लेकिन बड़ी चीजें पूरी तरह से नष्ट नहीं हो पातीं। अब अंतरिक्ष में तैर रहा 21 टन का स्‍टेज कहां जाकर गिरेगा, इस बारे में पुख्‍ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता। हालांकि इसकी वजह से नुकसान की संभावना कम है, लेकिन किसी चुनौती से इनकार भी नहीं किया जा सकता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Realme के GT 7 में होगा MediaTek Dimensity 9400e चिपसेट, 27 मई को लॉन्च
  2. Samsung Galaxy S25 Edge vs Xiaomi 15 Ultra vs iPhone 16 Pro: देखें कौन सा फ्लैगशिप फोन है बेस्ट
  3. Sony ने बेची PS5 की 1.80 करोड़ से ज्यादा यूनिट्स, GTA 6 में देरी का सेल्स पर पड़ेगा असर!
  4. अब फोटो से बना पाएंगे शॉर्ट वीडियो, TikTok ने पेश किया नया AI फीचर
  5. क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी, Bitcoin का प्राइस, 1,03,500 डॉलर से ज्यादा
  6. Airtel Down: भारत के कई हिस्सों में रुकावट के बाद एयरटेल सर्विस फिर से शुरू
  7. Motorola Razr 50 Ultra की कीमत हो गई आधी! 42% डिस्काउंट पर मिल रहा फोन, जानें पूरा ऑफर
  8. Bluetooth 6.1 हुआ पेश, अब फ्रॉड से नहीं रहेगा यूजर्स को खतरा, मिलेगी बेहतर बैटरी लाइफ
  9. e-Passport: भारत में ई-पासपोर्ट हुआ लॉन्च, मिलेगी खास सिक्योरिटी चिप, ऐसे करें अप्लाई
  10. OnePlus ने 12140mAh की बड़ी बैटरी, फ्लैगशिप Snapdragon 8 Elite प्रोसेसर के साथ Pad 2 Pro किया लॉन्च
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »