Solar Flare Blast : 21 साल बाद सूर्य में सबसे बड़ा विस्‍फोट! क्‍या पृथ्‍वी पर आएगी ‘मुसीबत’? जानें

Solar Flare Blast : अगर सोलर फ्लेयर की दिशा पृथ्‍वी की ओर हुई तो दुनियाभर में रेडियो ब्‍लैकआउट हो सकता है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 29 जुलाई 2024 13:51 IST
ख़ास बातें
  • सूर्य में हुआ बहुत बड़ा विस्‍फोट
  • यह एक्‍स कैटिगरी का सोलर फ्लेयर था
  • 21 साल बाद हुआ इतना बड़ा विस्‍फोट

एक्‍स क्‍लास सोलर फ्लेयर को सबसे पावरफुल माना जाता है।

Photo Credit: spaceweather

Solar Flare Blast : सूर्य में हो रहे विस्‍फोट वैज्ञानिकों को चौंका रहे हैं। बीते कुछ वर्षों में यह घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिसकी प्रमुख वजह सोलर मैक्सिमम है। यह ऐसा पीरियड है, जिसमें सूर्य बहुत ज्‍यादा उत्तेजित हो जाता है। उसमें विस्‍फोट होते हैं। 23 जुलाई को यूरोप के सोलर ऑर्बिटर (SolO) स्‍पेसक्राफ्ट ने एक ऐसे ही विस्‍फोट का पता लगाया। वैज्ञानिकों को X14 कैटिगरी के सोलर फ्लेयर की जानकारी मिली, जो सूर्य के सुदूर इलाके से निकला। यह इस साेलर साइकल का सबसे पावरफुल फ्लेयर था। इससे बड़ा विस्‍फोट सूर्य में साल 2003 में रिकॉर्ड किया गया था। 

स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, अगर सोलर फ्लेयर की दिशा पृथ्‍वी की ओर हुई तो दुनियाभर में रेडियो ब्‍लैकआउट हो सकता है। एक्‍स क्‍लास सोलर फ्लेयर को सबसे पावरफुल माना जाता है। यह एम क्‍लास सोलर फ्लेयर के मुकाबले 10 गुना ज्‍यादा एनर्जी के साथ विस्‍फोट करते हैं। 

सोलर ऑर्बिटर स्‍पेसक्राफ्ट के डेटा को परखने वाले साइंटिस्‍ट सैमुअल क्रुकर का कहना है कि यह बहुत बड़ा सोलर फ्लेयर था। इसी तरह के बड़ा फ्लेयर इस साल 20 मई को भी दिखा था। दोनों फ्लेयर सूर्य के सुदूर इलाके से आए हैं। 

खास बात है कि मौजूदा सोलर फ्लेयर के साथ एक बहुत बड़ा कोरोनल मास इजेक्शन (CME) भी निकला था, जिसके NASA के सोलर एंड हेलियोस्फेरिक ऑब्जर्वेटरी ने ट्रैक किया। हालांकि इसका फोकस हमारी पृथ्‍वी की ओर नहीं था, वरना धरती पर एक और सौर तूफान आ सकता था। 
 

Whai is Coronal Mass ejection  

कोरोनल मास इजेक्शन (CME) सौर प्लाज्मा के बड़े बादल होते हैं। सौर विस्फोट के बाद ये बादल अंतरिक्ष में सूर्य के मैग्‍नेटिक फील्‍ड में फैल जाते हैं। जब इनकी दिशा की पृथ्‍वी की ओर होती है, तो यह जियो मैग्‍नेटिक यानी भू-चुंबकीय गड़बड़ी पैदा कर सकते हैं। इनकी वजह से सैटेलाइट्स में शॉर्ट सर्किट हो सकता है और पावर ग्रिड पर असर पड़ सकता है। ये पृथ्‍वी की कक्षा में मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को भी खतरे में डाल सकते हैं। 
Advertisement
 
 

What is Solar Flare 

जब सूर्य की चुंबकीय ऊर्जा रिलीज होती है, तो उससे निकलने वाली रोशनी और पार्टिकल्‍स से सौर फ्लेयर्स बनते हैं। ये फ्लेयर्स हमारे सौर मंडल में अबतक के सबसे शक्तिशाली विस्फोट हैं, जिनमें अरबों हाइड्रोजन बमों की तुलना में ऊर्जा रिलीज होती है। 
 
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Samsung की AI वाली वॉशिंग मशीन, कपड़ों को गीला किए बिना करेगी साफ, प्रेस करने का भी झंझट खत्म!
  2. Motorola ने पेश किया Edge 60 Neo, 6.4 इंच pOLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  3. Vivo T4 Pro vs Realme 15 5G vs Nothing Phone 3a: 30 हजार में कौन सा है बेस्ट
#ताज़ा ख़बरें
  1. हाइवे पर फ्री AC रूम, Wi-Fi और शॉवर, बस भरवाना है फ्यूल; बुकिंग सीधा मोबाइल ऐप से
  2. Vivo T4 Pro vs Realme 15 5G vs Nothing Phone 3a: 30 हजार में कौन सा है बेस्ट
  3. Samsung की AI वाली वॉशिंग मशीन, कपड़ों को गीला किए बिना करेगी साफ, प्रेस करने का भी झंझट खत्म!
  4. ऑनलाइन डिजिटल स्कैम के शिकार तो नहीं हुए आप? ऐसे करें ऑनलाइन शिकायत
  5. Gmail पर Spam Email को ऐसे करें Block, स्टोरेज भी हो जाएगी खाली, फॉलो करें ये स्टेप्स
  6. Motorola G06 में मिल सकता है MediaTek Helio G81 Extreme चिपसेट
  7. भारत में एपल ने की 9 अरब डॉलर की रिकॉर्ड सेल्स, iPhones की बड़ी हिस्सेदारी 
  8. Motorola ने लॉन्च किया Book 60 Pro, 14 इंच OLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  9. Motorola ने पेश किया Edge 60 Neo, 6.4 इंच pOLED डिस्प्ले, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  10. TCL ने लॉन्च किया 7.2-इंच डिस्प्ले वाला NxtPaper 60 Ultra, इसमें है आंखों की सेफ्टी के लिए स्पेशल टेक्नोलॉजी, जानें कीमत
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.