सूर्य में हलचलों का दौर जारी है। हमारे सौर मंडल का सबसे बड़ा तारा अपने 11 साल के चक्र से गुजर रहा है। इस कारण सूर्य में होने वाली गतिविधियां जैसे- सोलर फ्लेयर्स (Solar Flares), कोरोनल मास इजेक्शन (CME) आदि बढ़ गए हैं। ऐसी ही एक अन्य घटना में सूर्य से प्लाज्मा की लहरदार धारा (stream) को गुजरते हुए देखा जा सकता है। ऐसा लगता है जैसे किसी बागीचे से अचानक सांप गुजर गया हो। यह वीडियो यूरोपी स्पेस एजेंसी (ESA) के सोलर ऑर्बिटर की मदद से मुमकिन हो पाया है।
रिपोर्ट्स के
अनुसार, ऐसी घटना
सूर्य के चुंबकीय क्षेत्र के लंबे तंतु (filament) के साथ बहने वाली ठंडी प्लाज्मा की धारा के कारण होती है। ठंडा प्लाज्मा, पदार्थ की वह अवस्था है जो इतनी गर्म होती है कि इसके इलेक्ट्रॉन अलग हो जाते हैं। इससे एक इलेक्ट्रिकल चार्ज निकलता है, जो सूर्य के वातावरण और चुंबकीय क्षेत्रों के साथ इंटरेक्ट करता है।
यूरोपीय स्पेस एजेंसी के अनुसार, सोलर ऑर्बिटर ने यह सब 5 सितंबर को देखा था। इस ऑर्बिटर को फरवरी 2020 में
सूर्य को ऑब्जर्व करने के लिए लॉन्च किया गया था, जो करीब 4.2 करोड़ किलोमीटर दूर से सूर्य को परख रहा है। वीडियो में भले ही प्लाज्मा की लहरदार धारा चंद सेकंडों में सूर्य से होकर गुजर जाती है, लेकिन हकीकत में यह सफर करीब 3 घंटे का था। इसका मतलब यह नहीं है कि प्लाज्मा की धारा बहुत धीमे गुजर रही थी।
सूर्य इतना विशाल है कि उसमें गुजरने वाली धारा 3 घंटे के सफर में 105,000 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। मुलार्ड स्पेस साइंस लेबोरेटरी (Mullard Space Science Laboratory) के डेविड लॉन्ग ने कहा कि प्लाज्मा एक तरफ से दूसरी तरफ प्रवाहित हो रहा है। सूर्य का चुंबकीय क्षेत्र मुड़ा हुआ है, इसीलिए प्लाज्मा भी उसी तरह से सफर कर रही है और ऐसा लगता है कि सूर्य पर कोई सांप गुजर रहा है।
हालांकि नए ऑब्जर्वेशन ने रिसर्चर्स को चिंतित किया है। उनका कहना है कि प्लाज्मा सूर्य में ऐसे क्षेत्र से शुरू हुआ,जो बाद में कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) में फूट पड़ा। CME ऐसी घटनाएं हैं जो अंतरिक्ष में अरबों टन प्लाज्मा प्रवाहित करती हैं। अगर यह पृथ्वी के वायुमंडल तक पहुंच जाएं, तो अस्थायी रेडियो ब्लैक आउट की वजह बन सकती हैं।