रूस-यूक्रेन जंग (Russia-Ukraine War) ने दुनिया को परमाणु हमले के मुहाने पर खड़ा कर दिया है। ऐसे में कोई यह दावा करे कि वह मंगल ग्रह से ताल्लुक रखता है और पृथ्वी को परमाणु विनाश से बचाने आया है। यह कहने के बाद एक रूसी लड़का इंटरनेट सनसनी बना हुआ है। लड़के का यह दावा है कि वह कई बार पृथ्वी पर आया है। तो क्या यह मान लिया जाए कि वह एक एलियन है। क्या हमारी धरती किसी मुसीबत में है। आइए जानते हैं इस लड़के और उसके दावों के बारे में।
डेली स्टार की
रिपोर्ट के अनुसार, बोरिस किप्रियानोविच (Boris Kipriyanovich) नाम के एक रूसी लड़के का दावा है कि वह इंसान नहीं बल्कि एक अलौकिक (extraterrestrial) प्राणी है। कुछ ऐसा जिसे हमारे वैज्ञानिक दूसरे ग्रहों पर खोज रहे हैं। इस लड़के का कहना है कि वह पृथ्वी को संभावित परमाणु विनाश से बचाने के लिए मंगल ग्रह से यहां आया है। अपनी अनोखी थ्योरी से बच्चे ने सोशल मीडिया पर तहलका मचाया हुआ है। उसे एस्ट्रोनॉमी के बारे में भी काफी अच्छी समझ है।
बोरिस का कहना है कि उसकी पिछली जिंदगी मंगल ग्रह पर थी, जहां वह बाकी लोगों के साथ रहता था। दावा किया कि वो लोग एक ग्रह से दूसरे ग्रह पर सफर कर सकते हैं। बोरिस ने कहा कि वह ‘इंडिगो चिल्ड्रन' में से एक है, जिसे मानव जाति को विलुप्त होने से बचाने के लिए पृथ्वी पर भेजा गया है। लड़के का दावा है कि उसने कई बार पृथ्वी का दौरा किया है, खासतौर पर लेमुरियन काल (Lemurian period) के दौरान। लेमुरियन को एक काल्पनिक महाद्वीप माना जाता है, जो लाखों साल पहले हिंद महासागर के नीचे मौजूद था।
स्पेसक्राफ्ट बनाने का भी दावा
बोरिस किप्रियानोविच के मुताबिक उसने एक अंतरिक्ष यान भी बनाया है। उसमें 6 परतें हैं। बाहरी परत 25% ठोस धातु से बनी है। दूसरी परत 30% रबर की तरह है। तीसरी परत 30% धातु की है। आखिरी परत में स्पेशल मैग्नेटिक लेयर है। उसे एक्टिवेट कर दिया जाए, तो यान ब्रह्मांड में कहीं भी उड़ सकता है।
मां का दावा, जन्म से ही अनोखा है बोरिस
बोरिस की मां का कहना है कि उनका बच्चा जन्म से ही अनोखा है। जन्म के बाद शिशुओं की आंखें किसी चीज पर फोकस नहीं कर पातीं, जबकि बोरिस अपनी मां को फोकस करते हुए देख सकता था। बोरिस की मां का कहना है कि वह एक साल की उम्र में अखबार पढ़ लेता था। उससे पहले ही बोलने लगा था। रूस के इंस्टीट्यूट ऑफ टेरेस्ट्रियल मैग्नेटिज्म, आयनोस्फीयर और रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज का भी यह मानना है कि बोरिस में कुछ ‘असामान्य स्ट्रॉंग' वाइब्रेशंस हैं। कहा जाता है कि मां और बेटा दोनों अब गायब हैं। रूसी सरकार के संरक्षण में एक अज्ञात इलाके में इनके होने की बात भी सामने आई है।