हो गया फैसला! स्‍पेस स्‍टेशन में ‘फंसे’ 3 अंतरिक्ष यात्रियों को ऐसे बचाएंगे रूस-अमेरिका

आईएसएस के साथ अटैच्‍ड सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट में दिसंबर में तकनीकी खराबी आ गई थी। सबसे पहले कूलेंट लीक होने का पता चला, फ‍िर सोयुज में एक छोटा छेद नजर आया।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, Edited by आकाश आनंद, अपडेटेड: 11 जनवरी 2023 18:36 IST
ख़ास बातें
  • एक और सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट लॉन्च करेगा रूस
  • पहले वाले सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट में आ गई है खराबी
  • तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए बनाई गई योजना

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) और रूस की एजेंसी रोस्कोस्मोस इस चुनौती से मिलकर लड़ रहे हैं।

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर ‘फंसे' 3 अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर सकुशल वापस लाने का रास्‍ता नजर आने लगा है। बताया जा रहा है कि रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस (Roscosmos) अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए एक और सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट लॉन्च करेगी। सितंबर में जिस स्‍पेसक्राफ्ट में सवार होकर ये अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर पहुंचे थे, वह भी सोयुज ही था। दिसंबर में आईएसएस के साथ अटैच्‍ड सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी आ गई। सबसे पहले कूलेंट लीक होने का पता चला, फ‍िर सोयुज में एक छोटा छेद नजर आया। इसके बाद से कहा जा रहा था कि तीनों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्‍वी पर वापस लाने के लिए नया स्‍पेसक्राफ्ट आईएसएस पर भेजा जाएगा। 

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) और रूस की एजेंसी रोस्कोस्मोस इस चुनौती से मिलकर लड़ रहे हैं। बीते दिनों यह खबर भी सामने आई थी कि अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए एलन मस्‍क की कंपनी स्‍पेसएक्‍स (SpaceX) की मदद भी ली जा सकती है। हालांकि अब एक और सोयुज को लॉन्‍च करने पर फैसला होता हुआ दिख रहा है। 

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार,  रोसकोस्मोस ने कहा कि सर्गेई प्रोकोपयेव, दिमित्री पेटेलिन और फ्रांसिस्को रुबियो के आईएसएस के अभियान को बढ़ाया जा रहा है। ये तीनों अब सोयुज एमएस-23 पर सवार होकर पृथ्वी पर लौटेंगे। इसका मतलब है कि आईएसएस के लिए एक नया स्‍पेसक्राफ्ट लॉन्‍च किया जाएगा। रोसकोस्मोस ने बताया है कि सोयुज एमएस-23 स्‍पेसक्राफ्ट को अनमैंड मोड में 20 फरवरी को लॉन्‍च किया जाएगा। 

MS-22 नाम के सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट में 14 दिसंबर को कूलेंट लीक होने की घटना हुई थी। उसी दिन सालाना होने वाली जेमिनीड उल्का बौछार (Geminid meteor) अपने चरम पर थी। कूलेंट लीक की जानकारी सबसे पहले 19 दिसंबर को सामने आई थी। तब कहा गया था कि सोयुज एमएस-22 कैप्सूल के रेडिएटर पर उल्कापिंड के गिरने से कूलेंट लीक हुआ हो सकता है। हालांकि बाद में इस थ्‍योरी को खारिज कर दिया गया था। इस बात की जांच जारी है कि सोयुज स्‍पेसक्राफ्ट में कूलेंट लीक कैसे हुआ।  

 

 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. Tata Motors ने बनाया रिकॉर्ड, बेचे 2.5 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स 
#ताज़ा ख़बरें
  1. Tata Motors ने बनाया रिकॉर्ड, बेचे 2.5 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स 
  2. Microsoft ने H-1B वीजा वर्कर्स को दी विदेश यात्रा से बचने की चेतावनी
  3. Digtal Arrest Case: पुलिस इंस्पेक्टर बनकर 85 वर्ष के बुजुर्ग से ठगे 9 करोड़, इस तरह के स्कैम से सावधान!
  4. इस कार की सीट में लगा है 'हैलमेट एयरबैग', एक्सिडेंट के वक्त सिर की सेफ्टी पक्की! जानें कब होगी लॉन्च
  5. Oppo K15 Turbo Pro में मिल सकता है नया MediaTek Dimensity 9500s चिपसेट
  6. अगर फोन पर नहीं मिल रहा OTP तो ऐसे करें सर्च
  7. ISRO बना ग्लोबल हीरो! 'बाहुबली' रॉकेट से स्पेस में पहुंचाई सबसे भारी विदेशी सैटेलाइट, सेट किया रिकॉर्ड
  8. Elon Musk की Starlink सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के अब 90 लाख से ज्यादा यूजर्स, भारत में कब होगी शुरू? यहां जानें
  9. हाइड्रोजन वाले ड्रोन ने बनाया रिकॉर्ड, लगातार 4 घंटे भरी उड़ान, इन कामों को करेगा आसान
  10. Google का AI हुआ 50% सस्ता, 2026 से पहले Google AI Pro पर तगड़ा ऑफर, जानें
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.