• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • चीन ने बना दी इलेक्ट्रॉनिक स्किन! 78 डिग्री तापमान में भी नहीं जमेंगे रोबोट के हाथ

चीन ने बना दी इलेक्ट्रॉनिक स्किन! -78 डिग्री तापमान में भी नहीं जमेंगे रोबोट के हाथ

शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्किन ऐसी क्षमता रखती है जिससे यह खुद को ही रिपेयर भी कर सकती है।

चीन ने बना दी इलेक्ट्रॉनिक स्किन! -78 डिग्री तापमान में भी नहीं जमेंगे रोबोट के हाथ

स्किन ऐसी क्षमता रखती है जिससे यह खुद को ही रिपेयर भी कर सकती है।

ख़ास बातें
  • स्किन ऐसी क्षमता रखती है जिससे यह खुद को ही रिपेयर भी कर सकती है।
  • यह ई-स्किन रोबोट्स को छूने का अहसास भी करवाएगी।
  • इससे वैज्ञानिक खोजों को नया बल मिलेगा।
विज्ञापन
चीन तकनीकी के मामले में तेजी से तरक्की करता हुआ आगे बढ़ रहा है। अब रोबोटिक्स से जुड़ी टेक्नोलॉजी में चीन ने एक और कारनामा कर दिखाया है। शोधकर्ताओं ने वहां रोबोट के हाथों के लिए इलेक्ट्रोनिक स्किन तैयार की है जो जमा देने वाली ठंड का सामना भी कर सकती है। चीन ने इस स्किन को पृथ्वी के ध्रुवों पर अपने खोजी अभियान के लिए तैयार किया है, ताकि रोबोट वहां पर जमा देने वाली ठंड में भी काम कर सकें। 

इस नई ई-स्किन में ऐसी क्षमताएं हैं जिससे कि यह अत्यधिक सर्दी में भी काम कर सकती है। चाइना डेली की रिपोर्ट में कहा गया है कि स्किन माइनस 78 डिग्री सेल्सियस की मार भी झेल सकती है। इस लिहाज से यह ध्रुवों की ठंड में काम करने के लिए बहुत उपयोगी खोज बन जाती है। न सिर्फ तापमान की मार यह झेल सकती है, बल्कि कई और तरह से भी रोबोट लिए उपयोगी बताई गई है। 

यह ई-स्किन रोबोट्स को छूने का अहसास भी करवाएगी, इसके अलावा वे इसके जरिए प्रेशर भी महसूस कर सकेंगे, साथ ही वस्तुओं का आकार भी पता कर सकेंगे। या फिर खास तरह के चिह्न भी पहचान सकेंगे। इस तरह से रोबोट इस स्किन की मदद से अपने आसपास के वातावरण से और ज्यादा बेहतर तरीके से घुल-मिलकर काम कर सकेंगे। जिससे कि वे अपने टास्क को और भी दक्षता के साथ पूरा कर सकेंगे। 

शोधकर्ताओं के मुताबिक यह स्किन ऐसी क्षमता रखती है जिससे यह खुद को ही रिपेयर भी कर सकती है। अगर बहुत अधिक ठंड में यह खराब भी हो जाती है तो इसकी ट्रांसमिशन क्षमता को पुन: स्थापित किया जा सकता है। यानि कि रोबोट्स के हाथों को अगर हल्की फुल्की क्षति पहुंच भी जाती है तो इससे घबराने की जरूरत नहीं होगी। स्किन इसे खुद ही ठीक करेगी और मिशन में किसी तरह की रुकावट पैदा नहीं होने देगी। 

इससे पहले शोधकर्ताओं ने ऐसी ही एक कोशिश 2020 में की थी जब सभी तरह के मौसमों के लिए ऐसी ही स्किन को तैयार किया गया था। यह खुद को ठीक भी कर सकती थी। यह नई खोज उसी सफल परीक्षण का नया वर्जन बताया जा रहा है। शोधकर्ता इसकी क्षमताओं को लेकर बहुत उत्साहित हैं। क्योंकि इससे वैज्ञानिक खोजों को नया बल मिलेगा। 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: E Skin, Electronic Skin, robots, e skin for robots, China, Robotics
हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. Redmi Turbo 5 बनेगा बैटरी किंग? मिलेगा 9000mAh पैक और 100W चार्जिंग का तगड़ा कॉम्बो!
  2. 10000mAh का सस्ता पावरबैंक UltraProlink ने किया लॉन्च, 15W वायरलेस चार्जिंग से लैस, जानें कीमत
  3. Vivo Y19s 5G भारत में हुआ लॉन्च, 6,000mAh की बैटरी, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  4. Instagram, Facebook चलाने वाली Meta पर Porn फिल्में चुराने का आरोप, अब कंपनी ने दिया जवाब
  5. Realme GT 8 Pro के Aston Martin F1 Edition की जल्द शुरू होगी बिक्री, 7,000mAh हो सकती है बैटरी
  6. Lava Agni 4 भारत में 20 नवंबर को होगा लॉन्च, जानें मेटल बिल्ड वाले अपकमिंग फोन में क्या होगा खास?
  7. e-Aadhaar App: घर बैठे कर सकेंगे आधार में ये सारे अपडेट, आ रहा नया मोबाइल ऐप
  8. Zepto ने खोला ‘Free Delivery’ का पिटारा, हैंडलिंग चार्ज भी हटाए, इतनी रखी है मिनिमम ऑर्डर वैल्यू
  9. 2026 में आ रही उड़ने वाली कार? Tesla की बड़ी तैयारी, Elon Musk ने दिए संकेत
  10. WhatsApp अब Apple Watch में भी चलेगा! बार-बार नहीं निकालना होगा iPhone, आया नया धांसू फीचर
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »