अंतरिक्ष घूमकर आए आलू, मटर, मक्‍का अब पृथ्‍वी पर रोपे जाएंगे, क्‍या है पूरा मामला? जानें

यह कल्‍चरल एंड स्‍टेम (cultural and STEM) स्‍टडी का हिस्‍सा है। स्‍टेम का पूरा नाम साइंस, टेक्‍नॉलजी, इंजीनियरिंग एंड मैथ है।

विज्ञापन
Written by प्रेम त्रिपाठी, अपडेटेड: 18 नवंबर 2024 15:14 IST
ख़ास बातें
  • अंतरिक्ष में भेजे गए बीजों को पृथ्‍वी रोपने की तैयारी
  • अमेरिका के एक स्‍कूल में रोपे जाएंगे बीज
  • सूक्ष्‍म गुरुत्‍वाकर्षण और स्‍पेस रेडिएशन के असर को देखा जाएगा

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन धरती से 400 किलोमीटर ऊपर लो-अर्थ ऑर्बिट यानी पृथ्‍वी की निचली कक्षा में मौजूद है।

अंतरिक्ष में कई महीनों तक रखने के बाद वैज्ञानिकों ने कई प्रकार के बीजों (Seeds) को पृथ्‍वी पर वापस भेज दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस वसंत की शुरुआत में बीजों को पृथ्‍वी पर रोपा जाएगा। यह कल्‍चरल एंड स्‍टेम (cultural and STEM) स्‍टडी का हिस्‍सा है। यहां स्‍टेम का पूरा नाम साइंस, टेक्‍नॉलजी, इंजीनियरिंग एंड मैथ है। स्‍पेसडॉटकॉम की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल नवंबर में पांच किस्‍म के बीज- स्‍वीट पोटैटो, मटर, मक्‍का और लैम्ब्सक्वार्टर को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर भेजा गया था। 

सभी बीजों का वजन एक पाउंड (500 ग्राम) था। इन्‍हें 5 महीनों तक स्‍पेस में माइक्रोग्रैविटी (सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण) और स्‍पेस रेडिएशन के संपर्क में रखा गया। इस साल अप्रैल में ये बीज पृथ्‍वी पर लौट आए थे। प्रोजेक्‍ट का नाम चॉक्टॉ हेरलूम सीड्स इन्वेस्टिगेशन (Choctaw Heirloom Seeds investigation) है। इसका मकसद अमेरिकी युवाओं को STEM में करियर बनाने के लिए प्रोत्‍साहित करना है। 

रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के ओक्‍लाहामा में जोन्स अकादमी बोर्डिंग स्कूल के स्‍टूडेंट्स इन बीजों को उनके स्‍कूल गार्डन में लगाएंगे। स्‍टूडेंट्स से कहा गया है कि वो इन बीजों की ग्रोथ का पूर्वानुमान लगाएं। 
 

क्‍या है इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन?  

यह धरती से 400 किलोमीटर ऊपर लो-अर्थ ऑर्बिट यानी पृथ्‍वी की निचली कक्षा में मौजूद है। इसमें अमेरिका, रूस और उनके सहयोगी देशों के एस्‍ट्रोनॉट्स की एक टीम हमेशा तैनात रहती है और अंतरिक्ष से जुड़े प्रयोगों को पूरा करती है। इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन लगभग 7.6 किलोमीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा करता है। इस दौरान यह 24 घंटों में 16 बार पृथ्वी का चक्‍कर लगाता है। 

आईएसएस पर फ‍िलहाल क्रू-9 मिशन की टीम मौजूद है। यह टीम अगले साल फरवरी मार्च में धरती पर लौटेगी। तब उसमें अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्‍स (Sunita williams) और बुच विल्‍मोर (butch willmore) भी शामिल होंगे। 
Advertisement

बहरहाल, यह देखना दिलचस्‍प होगा कि स्‍पेस में रहकर आए बीज धरती पर कैसी ग्रोथ कर पाते हैं।  
 

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ ...और भी

Advertisement
Popular Brands
#ट्रेंडिंग टेक न्यूज़
  1. एलन मस्क ने XChat किया लॉन्च, बिना नंबर होगी वीडियो ऑडियो कॉलिंग, WhatsApp को देगा टक्कर!
  2. Honor के Magic V5 में हो सकती है फोल्डेबल स्मार्टफोन की सबसे बड़ी बैटरी
#ताज़ा ख़बरें
  1. Notepad अब सिर्फ सिंपल नहीं रहा, Microsoft ने जोड़े कई स्मार्ट फीचर्स
  2. VinFast जल्द भारत में लॉन्च करेगी VF6, VF7, इस महीने शुरू होगी बुकिंग्स 
  3. एलन मस्क ने XChat किया लॉन्च, बिना नंबर होगी वीडियो ऑडियो कॉलिंग, WhatsApp को देगा टक्कर!
  4. Free Fire Max Redeem Codes 2 June: इन कोड से फ्री मिलेंगे कॉइन्स, बंडल्स और गन स्किन्स
  5. Honor के Magic V5 में हो सकती है फोल्डेबल स्मार्टफोन की सबसे बड़ी बैटरी
  6. Google की Pixel 10 सीरीज के लॉन्च की तैयारी, 4 मॉडल हो सकते हैं शामिल
  7. WhatsApp नहीं करेगा इन iPhone पर काम, जानें कौन से मॉडल हैं इसमें शामिल
  8. क्रिप्टो मार्केट में रिकवरी, Bitcoin का प्राइस 1,05,000 डॉलर से ज्यादा
  9. Meta बनाएगी सेना के लिए स्मार्ट चश्मे और हेलमेट, डिफेंस में लगेगा AI और AR का तड़का!
  10. 6000mAh बैटरी, 32 मेगापिक्सल कैमरा के साथ Realme C73 5G लॉन्च, जानें सबकुछ
Download Our Apps
Available in Hindi
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.