मंगल पर मिल गई अंतरिक्ष यात्रियों के सिर छुपाने की जगह!

नासा के अनुसार इस तरह के गड्ढे मंगल पर जीवन के सबूतों के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं।

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Written by हेमन्त कुमार, अपडेटेड: 15 जून 2024 14:18 IST
ख़ास बातें
  • NASA ने मंगल पर एक रहस्यमयी गड्ढे की तस्वीर शेयर की है
  • अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ठहरने की जगह के रूप में हो सकता है इस्तेमाल
  • यह Arsia Mons नाम के ज्वालामुखी का शेष रह गया भाग है

NASA ने मंगल पर एक रहस्यमयी गड्ढे की तस्वीर शेयर की है।

Photo Credit: Space.com

स्पेस एजेंसी नासा लगातार मंगल पर अभियान चला रही है, और यहां जीवन के निशान खोज रही है। साथ ही संभावना तलाशी जा रही है कि क्या मंगल पर जीवन पनप सकता है या नहीं। बहरहाल, वैज्ञानिकों को जीवन के निशान भले ही न मिलें हो, लेकिन मंगल पर सिर छुपाने की जगह जरूर मिल गई है। NASA ने मंगल पर एक रहस्यमयी गड्ढे की तस्वीर शेयर की है। जिसके बारे में कहा गया है कि यह भविष्य में मंगल पर आने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए ठहरने की जगह के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। 

मंगल पर देखे गए इस रहस्यमयी सुराग को नासा ने ज्वालामुखी का बचा हुआ हिस्सा बताया है। ज्वालामुखी अब विलुप्त हो चुका है। यह गड्ढा कुछ मीटर में फैला है। Space.com के अनुसार, इसे 15 अगस्त 2022 को खोजा गया था। यह Arsia Mons नाम के ज्वालामुखी का शेष रह गया भाग है। इसे नासा के MRO ऑर्बिटर ने HiRISE कैमरा से कैप्चर किया था। जब स्पेसक्राफ्ट ने इसे कैमरा में कैद किया तब वह मंगल की सतह से सिर्फ 296 किलोमीटर ही दूर था। 

इस गड्ढे के बारे में कहा गया है कि यह वर्टीकल है और नीचे की ओर गहरा है। यह इतना बड़ा है कि इसमें व्यक्ति ठहर सकते हैं। यानी कि भविष्य में मंगल मिशन पर जाने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के लिए यह सिर छुपाने की जगह के रूप में इस्तेमाल हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मंगल का वायुमंडल बहुत ही पतला है। इसमें ग्लोबल मेग्नेटिक फील्ड की कमी है। यह सूर्य से आने वाली रेडिएशन को नहीं रोक सकता है, जैसा कि हमारी पृथ्वी कर सकती है। इसी वजह से मंगल पर रेडिएशन 40 से 50 गुना तक ज्यादा पाया जाता है। 

नासा के अनुसार इस तरह के गड्ढे मंगल पर जीवन के सबूतों के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं। कहा गया है कि बीते समय में भी हो सकता है कि ये शेल्टर की तरह इस्तेमाल किए गए हों। या फिर क्या पता वहां पर जीवाणु आदि भी पनप रहे हों। हालांकि अभी तक यह एक रहस्य ही बना हुआ है कि यह गड्ढा कितना गहरा है। साथ ही अभी यह भी पता नहीं है कि अंदर जाकर ये छोटे ही खुलते हैं या फिर गुफा जैसा स्ट्रक्चर भी इनमें मौजूद है। नासा ने रिपोर्ट निष्कर्ष निकाला है कि अगर ये गुफा के रूप में अंदर खुलते हैं तो भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों के लिए यह बड़ी राहत बन सकते हैं जो उन्हें बाहर के रेडिएशन से बचा सकते हैं। 
 

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ये भी पढ़े: , HiRISE, HiRise MRO camera, NASA, hole on Mars, shelter on mars

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर ...और भी

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