पृथ्वी पर कितने महासागर हैं? सवाल का जवाब है 5, जिनके नाम प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक और अंटार्कटिका हैं। लेकिन वैज्ञानिकों ने एक और महासागर की खोज की है। हैरानी की बात है कि यह महासागर सभी महासागरों को मिलाकर भी उनसे 3 गुना बड़ा है। इसकी खोज धरती से 700 किलोमीटर नीचे की गई है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी के मेंटल में छठे महासागर का पता लगाया है।
What is Mentle?
हमारी पृथ्वी की मुख्यत: तीन परतें हैं। इनमें सबसे ऊपरी पतली सतह, जिस पर पानी, मिट्टी, जीवन आदि मौजूद है, उसे क्रस्ट (Crust) कहते हैं। इसके नीचे खनिज पदार्थों से बनी मेंटल (Mantle) है, जो सबसे भीतरी और तीसरी परत- कोर (Core) तक जाती है। कोर के बारे में कहा जाता है कि यह तरल पदार्थों से भरी है जहां पर इतनी गर्मी है कि कोई भी वस्तु ठोस रूप में मौजूद नहीं रह सकती है।
सवाल है कि धरती के 700 किलोमीटर अंदर महासागर का पता कैसे चला? वैज्ञानिकों ने इस काम में सीस्मोग्राफ की मदद ली। पूरे अमेरिका में सीस्मोग्राफ का इंतजाम किया गया। ये ऐसी तरंगें होती हैं, जो धरती के नीचे गहराई तक जाकर हमारे पृथ्वी के आंतरिक स्ट्रक्चर के बारे में जानकारी दे सकती हैं। वैज्ञानिकों ने 500 से ज्यादा भूकंप के झटकों को स्टडी किया। उन्हें पता चला कि मेंटल से गुजरते हुए एक निश्चित इलाके में तरंगों की स्पीड कम हो जाती है। इससे वैज्ञानिकों को पता चला कि वहां चट्टानों के बीच पानी है।
हालांकि इसे सीधे तौर पर महासागर नहीं कहा जाएगा, क्योंकि ये एक क्रिस्टल संरचना के अंदर फंसे वॉटर क्रिस्टल हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पानी, धरती पर मौजूद महासागरों की स्थिरता बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। अगर यह पानी सतह पर होता, तो पृथ्वी पर जमीन के रूप में सिर्फ पहाड़ नजर आते।