• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर की दुनिया की सबसे बड़ी नियर इन्फ्रारेड फोटो, आप भी देखें

हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर की दुनिया की सबसे बड़ी नियर-इन्फ्रारेड फोटो, आप भी देखें

Hubble Space Telescope को लॉन्च हुए 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है।

हबल स्पेस टेलीस्कोप ने कैप्चर की दुनिया की सबसे बड़ी नियर-इन्फ्रारेड फोटो, आप भी देखें

Hubble Space Telescope को लॉन्च हुए 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है

ख़ास बातें
  • इस फोटो से एस्ट्रोनोमर्स सबसे दूर की गैलेक्सी का भी पता लगा सकते हैं
  • The Astrophysical जर्नल में प्रकाशित हुई है इसकी पांडुलिपि
  • Hubble Space Telescope को लॉन्च हुए 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है
विज्ञापन
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने हबल स्पेस टेलीस्कोप (Hubble Space Telescope) की अब तक की सबसे बड़ी नियर-इंन्फ्रारेड फोटो जारी की है, जिससे एस्ट्रोनोमर्स को यूनिवर्स के तारे बनाने वाले क्षेत्रों का नक्शा बनाने और यह जानने का मौका मिलता है कि सबसे पुरानी, ​​​​सबसे दूर की गैलेक्सी का निर्माण कैसे हुआ। 3D-DASH नाम का यह हाई-रिजॉल्यूशन स्कैन रिसर्चर्स को James Webb Space Telescope के साथ चल रही स्टडी के लिए असामान्य वस्तुओं और लक्ष्यों का पता लगाने का मौका भी देगा। जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप को हाल ही में एक दशक लंबे मिशन पर लॉन्च किया गया था। 3D-DASH रिसर्चर्स को पूरे COSMOS क्षेत्र का फुल नियर-इन्फ्रारेड सर्वे करने का मौका देगा।

नियर-इन्फ्रारेड का मतलब है कि एस्ट्रोनोमर्स सबसे दूर की गैलेक्सी का भी पता लगा सकते हैं, क्योंकि यह हबल द्वारा देखी गई सबसे लंबी और सबसे लाल वेवलैंथ है। अब तक, इतनी बड़ी तस्वीर केवल जमीन से ही प्राप्त की जा सकती थी।

यूनिवर्स की सबसे विशाल गैलेक्सी, अत्यधिक एक्टिव ब्लैक होल, और टकराने और विलीन होने की कगार पर मौजूद गैलेक्सी जैसी अनूठी घटनाओं की पहचान के लिए 3D-DASH का उपयोग किया जा सकेगा।

The Astrophysical जर्नल में प्रकाशित होने वाली पांडुलिपि का एक प्रीप्रिंट arXiv पर उपलब्ध है।

हबल स्पेस टेलीस्कोप को लॉन्च हुए 30 साल से भी ज्यादा समय हो गया है। स्टडी के प्रमुख लेखक लामिया मोवला के अनुसार, ब्रह्मांड के पिछले 10 बिलियन वर्षों में आकाशगंगाओं के परिवर्तन की स्टडी में एक पुनर्जागरण को जन्म दिया है। 3D-DASH पहल हबल की वाइड-एरिया इमेजिंग विरासत पर आधारित है, जिससे शोधकर्ताओं को आकाशगंगाओं के रहस्यों को उजागर करने का मौका मिलेगा।

रिसर्चर्स ने आकाश के इतने बड़े हिस्से की छवि बनाने के लिए हबल और 'ड्रिफ्ट एंड शिफ्ट' (DASH) नाम की एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया। DASH कई तस्वीरों को कैप्चर करता है, जिन्हें बाद में एक मास्टर मोजेक में एक साथ सिला जाता है।
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

ये भी पढ़े: , Hubble Space Telescope, Hubble Space Telescope Images
गैजेट्स 360 स्टाफ The resident bot. If you email me, a human will respond. और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. 12 घंटे में सोल्ड आउट होने वाली DOR TV सर्विस हुई बंद, जानें क्या होगा ग्राहकों का?
  2. टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
  3. Rs 99 में बिक रही AADHAAR, Voter ID और एड्रेस की डिटेल्स, Telegram बॉट से बड़ा डेटा लीक!
  4. Xiaomi ने लॉन्च किया फोल्डेबल स्मार्टफोन Mix Flip 2, Leica ब्रांडेड कैमरा यूनिट
  5. Samsung Galaxy Buds Core भारत में लॉन्च: अब ईयरबड्स ही करेंगे बातों का लाइव ट्रांस्लेशन!
  6. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला पहुंचे स्पेस स्टेशन, Dragon स्पेसक्राफ्ट की हुई डॉकिंग
  7. Tecno Pova 7 5G सीरीज जल्द होगी भारत में लॉन्च, चार मॉडल हो सकते हैं शामिल
  8. Thomson ने 43 इंच QLED TV किया लॉन्च, 50W साउंड के साथ दमदार फीचर्स से लैस, जानें सबकुछ
  9. थाईलैंड, सिंगापुर या जापान घूमने का सोच रहे हैं तो Jio के ये प्लान देंगे परदेस में भी साथ, मिलेंगे ऐसे फायदे
  10. Vivo ने लॉन्च किया TWS Air 3 Pro, 52 घंटे तक चलेगी बैटरी, जानें प्राइस, फीचर्स
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »