आपने सुना होगा कि शरीर को जवान बनाए रखने के लिए कसरत, खेल-कूद आदि करते रहना चाहिए। कई बार ये भी सुनते हैं कि अगर कसरत या शरीर को एक्टिव न रखा जाए तो आदमी जल्दी बूढ़ा लगने लगता है। लेकिन फुटबॉल प्लेयर्स के लिए यह बात उल्टी साबित होती है। एक नई स्टडी कहती है कि फुटबॉल खेलने वाले लोग जल्दी बूढ़े हो जाते हैं। इसमें कहा गया है कि फुटबॉल प्लेयर्स में कम उम्र में ही इस तरह की बीमारियां आना शुरू हो जाती हैं, जो बड़ी उम्र के लोगों में देखी जाती हैं। जबकि ये लोग उम्र में काफी जवान होते हैं।
फुटबॉल प्लेयर्स के बारे में ये स्टडी काफी हैरान करने वाली है। स्टडी में सामने आया है कि फुटबॉल प्लयेर्स में हाइपरटेंशन, डायबिटीज और दूसरे ऐसे रोग पनपने लगते हैं जो बड़ी उम्र के लोगों में पाए जाते हैं। जबकि उनकी उम्र की ही अन्य जनसंख्या में ये बीमारियां देखने को नहीं मिलती हैं। स्टडी को
ब्रिटिश जनरल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित किया गया है। ऊपर बताई गई मेडिकल कंडीशंस और ऐसी ही दूसरी कई बीमारियों का कम उम्र में शिकार होकर, ऐसे प्लेयर्स का जीवनकाल लगभग 1 दशक यानि कि 10 साल तक कम होना पाया गया है। इस रिसर्च में 3000 के लगभग पूर्व फुटबॉल लीग प्लेयर्स को शामिल किया गया था। स्टडी को हार्वर्ड टीएच चन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ, और हार्वर्ड मेडिकल स्कूल द्वारा कंडक्ट किया गया।
ये नतीजे सामने आने के बाद अब रिसर्च टीम का कहना है कि इसके बाद आगे और स्टडी की जरूरत है ताकि समय से पहले बूढ़े होने की इस प्रक्रिया के पीछे के बायोकैमिकल, सेल्यूलर और फिजियोलॉजिकल मैकेनिज्म को समझा जा सके। इस स्टडी ने सीनियर इन्वेस्टिगेटर राकैल ग्रेशो ने कहा, ''हमारे नतीजे इसके पीछे छिपे बायोलॉजिकल और फिजिओलॉजिकल सवालों को उजागर करते हैं। लेकिन फिलहाल इन नतीजों को उन क्लीनिक चलाने वाले लोगों को देखने की जरूरत है जो इन प्लेयर्स की देखरेख करते हैं। अगर समय रहते इसके बारे में पता लग जाता है तो उम्र से संबंधित होने वाली ऐसी बीमारियों को रोका जा सकता है।"
हालांकि इससे पहले की गई स्टडीज ने ये भी दिखाया था कि पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी उतनी ही उम्र तक जीते हैं जितने कि अन्य जनसंख्या में साधारण पुरुष जीते हैं। जबकि एथलीट ने खुद अपने फिजिशिएंस को जाकर बताया कि वह अपनी क्रॉनोलॉजिकल ऐज यानि कि आंकड़े वाली उम्र की बजाए ज्यादा बूढ़ा महसूस करते हैं। यानि कि अगर कोई पूर्व फुटबॉल प्लेयर 40 वर्ष की उम्र का है तो वह 40 साल से कहीं अधिक बूढ़ा महसूस करता है। इसके अलावा स्पोर्ट्स मेडिसिन फिजिशिएन बताते हैं कि ये एथलीट अक्सर उम्र से पहले ही बड़ी उम्र की बीमारियां जैसे डिमेंशिया, अर्थराइटिस, हाइपरटेंशन और डायबिटीज के शिकार होने की शिकायत करते हैं। जब ऐसी दो तरह की विरोधाभासी रिपोर्ट्स सामने आईं तो ग्रेशो और उनके साथियों ने 2864 पूर्व फुटबॉल प्लेयर्स पर स्टडी की जिसमें 25 से 59 की उम्र तक के प्लेयर शामिल थे।