• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • गजब! चीन समुद्र के अंदर बना रहा डेटा सेंटर, 60 लाख कंप्‍यूटरों को मिलेगी ‘ताकत’

गजब! चीन समुद्र के अंदर बना रहा डेटा सेंटर, 60 लाख कंप्‍यूटरों को मिलेगी ‘ताकत’

Underwater Data Center : यह कोई आसान काम नहीं है, पर अगर ऐसा हो जाता है, तो सीधे तौर पर दो फायदे होंगे।

गजब! चीन समुद्र के अंदर बना रहा डेटा सेंटर, 60 लाख कंप्‍यूटरों को मिलेगी ‘ताकत’

Photo Credit: China Daily

चीन के हैनान प्रांत में समुद्र के तट पर दुनिया का पहला कमर्शल अंडरवॉटर डेटा सेंटर बनाने का काम चल रहा है।

ख़ास बातें
  • दावा- चीन में बन रहा दुनिया का पहला अंडरवॉटर डेटा सेंटर
  • समुद्र में 35 मीटर नीचे बनाया जा रहा डेटा सेंटर
  • इससे जगह और बिजली की होगी बचत
विज्ञापन
इंटरनेट पर हर रोज डिज‍िटल इन्‍फर्मेशन पैदा हो रही है। इसे डेटा सेंटरों में स्‍टोर किया जाता है। डेटा सेंटर को तैयार करने में बहुत ज्‍यादा जगह की जरूरत होती है। कंपनियों को डेटा सेंटर में कूलिंग का इंतजाम भी करना पड़ता है, जिसमें बहुत ज्‍यादा बिजली खर्च होती है। इससे निपटने के लिए चीन एक नए आइडिया पर काम कर रहा है। वह पानी के अंदर डेटा सेंटर बना रहा है। हालांकि यह कोई आसान काम नहीं है, पर अगर ऐसा हो जाता है, तो सीधे तौर पर दो फायदे होंगे।   

चाइना डेली की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन की योजना साल 2025 तक 100 डेटा सेंटर ब्‍लॉक लगाने की है। इसके लिए 68 हजार वर्ग मीटर जगह चाहिए होगी। आसान भाषा में समझाएं तो इतनी जगह में 13 फुटबॉल मैदान बनाए जा सकते हैं। डेटा सेंटर पानी के अंदर होंगे तो जगह की बचत हो जाएगी। 

रिपोर्ट कहती है कि चीन के हैनान प्रांत में समुद्र के तट पर दुनिया का पहला कमर्शल अंडरवॉटर डेटा सेंटर बनाने का काम चल रहा है। यह एक गेम चेंजर होगा क्‍योंकि लगभग 60 लाख कंप्‍यूटरों की जरूरत इससे पूरी की जा सकेगी। 

समुद्र में लगभग 35 मीटर नीचे इस डेटा सेंटर को स्‍थापित किया जा रहा है। डेटा सेंटर का एक फायदा यह भी होगा कि बड़ी मात्रा में बिजली बचाई जा सकेगी। याद रहे कि डेटा सेंटरों को AC के जरिए ठंडा रखा जाता है। समुद्र में लगाए जा रहे डेटा सेंटर को AC की जरूरत नहीं होगी और हर घंटे 122 मिलियन किलोवॉट बिजली की बचत होगी। इतनी बिजली करीब डेढ़ लाख चीनी नागरिकों की जरूरत पूरा कर सकती है। 

फ‍िर भी चीन के लिए यह काम आसान नहीं है। डेटा सेंटरों को पानी में फ‍िट करना ही बड़ी चुनौती होगी, क्‍योंकि पानी का दबाव मशीनों को बर्बाद कर सकता है। अगर चीन पानी के अंदर 100 डेटा सेंटर तैयार कर लेता है, तो करीब 60 लाख कंप्‍यूटरों को इससे सपोर्ट मिल पाएगा।   

रिपोर्ट कहती है कि पानी के अंदर डेटा सेंटर बनाने का आइडिया नया नहीं है। माइक्रोसॉफ्ट भी इसका प्‍लान बना चुकी है। हालांकि इस दिशा में चीन ने पहले कदम उठाया है। हैनान में लग रहे डेटा सेंटर को तैयार करने में सरकार के साथ-साथ प्राइवेट कंपनियों की भी भागीदारी है। हरेक डेटा सेंटर को इस तरह डिजाइन किया गया है क‍ि वह 25 साल तक ऑपरेट हो सके।  
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

प्रेम त्रिपाठी

प्रेम त्रिपाठी Gadgets 360 में चीफ सब एडिटर हैं। 10 साल प्रिंट मीडिया ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
 
 

विज्ञापन

Advertisement

#ताज़ा ख़बरें
  1. हीरो मोटोकॉर्प का दमदार परफॉर्मेंस, कंपनी का प्रॉफिट बढ़कर 1,016 करोड़ रुपये पर पहुंचा
  2. Moto X50 Ultra आया TENAA पर नजर, रेंडर्स और स्पेसिफिकेशंस हुए लीक
  3. Revolt RV400 और RV400 BRZ इलेक्ट्रिक बाइक हुईं Rs. 15 हजार सस्ती, फुल चार्ज में 150 Km चलती हैं!
  4. Samsung Galaxy F55 5G के भारत में लॉन्च से पहले डिजाइन और कलर्स का हुआ खुलासा, Flipkart पर बेचा जाएगा
  5. Hyundai की Exter, Grand i10 Nios और Venue पर भारी डिस्काउंट
  6. Apple की चीन में  iPhone शिपमेंट्स 12 प्रतिशत बढ़ी, कंपनी को मिला प्राइस घटाने का फायदा
  7. Apple की चीन में iPhone शिपमेंट्स 12 प्रतिशत बढ़ी, कंपनी को मिला प्राइस घटाने का फायदा
  8. लाखों Xiaomi यूजर्स का डेटा खतरे में! 20 ऐप्स में पाई गई खामियां
  9. iQoo की बड़े डिस्प्ले के साथ Neo 9s को लॉन्च करने की तैयारी
  10. BSNL 4G नेटवर्क बस दहलीज पर, जानें कब होगा लॉन्च?
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2024. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »