पिछले महीने आई एक खबर ने दुनियाभर के देशों, वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया था। जानकारी सीधे यूक्रेन की नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज की एस्ट्रोनॉमिकल ऑब्जर्वेटरी से आई थी। इसमें कहा गया था कि यूक्रेन के कीव में कई UFO (यूएफओ) और UAP देखे जा रहे हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के सोर्सेज के अनुसार, यूक्रेन कई महीनों से रूस के साथ युद्ध में उलझा हुआ है, ऐसे में इस बात की बहुत संभावना है कि UFO जैसे दिखने वाले ऑब्जेक्ट सैन्य उपकरण थे। अब एक जानेमाने खगोलशास्त्री एवी लोएब (Avi Loeb) ने भी इन घटनाओं को समझाने की कोशिश की है।
वाइस (Vice) से
बातचीत में एवी लोएब ने कहा है कि युद्ध के कारण होने वाले शोर और अशांति की वजह से यूक्रेन किसी भी UAP के लिए सही जगह नहीं है। उन्होंने इसे विज्ञान के नजरिए से समझाया। बताया कि साइंस में हम नॉइस को कम करने की कोशिश करते हैं, ताकि UAP या UFO से जुड़े सिग्नलों का पता लगा सकें। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के आसमान में इतना शोर है कि यह पृथ्वी पर आखिरी जगह होगी, जहां वह UAP (Unidentified Aerial Phenomena) की खोज करेंगे।
दूसरी दुनिया में जीवन की खोज को लेकर एवी लोएब एक जाना पहचाना नाम हैं। वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में खगोल विज्ञान विभाग (Astronomy Department) के पूर्व अध्यक्ष हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, यूक्रेन के खगोलविदों ने इन अजीब घटनाओं को कैप्चर और ऑब्जर्व करने के लिए कई कदम उठाए। आखिरकार वह इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि आसमान में दिखाई देने वाले ऑब्जेक्ट UFO या UAP थे। हालांकि इसके पुख्ता सबूत सामने नहीं आए। यूक्रेन के रिसर्चर्स ने यूएफओ की दो कैटिगरी के बारे में बताया था। इनमें से एक को रिसर्चर्स ने फैंटम कहा था, जो एक तरह की ब्लैक बॉडी है और उस पर पड़ने वाले हर तरह के रेडिएशन को अवशोषित कर लेती है। रिसर्चर्स का कहना था कि यूएफओ की स्पीड इतनी तेज थी कि उनकी तस्वीर तक खींचना मुमकिन नहीं हो पा रहा था। रिसर्चर्स ने कहा था कि आसमान में 10 से 12 किलोमीटर ऊंचाई पर यह ऑब्जेक्ट्स दिखाई दिए, जिनका साइज 3 से 12 मीटर तक था।
बहरहाल, एवी लोएब का अनुमान हकीकत के ज्यादा करीब लगता है। यूक्रेन के आसमान में इतने सारे ऑब्जेक्ट्स रूस की आधुनिक सैन्य प्रणाली हो सकती है।