एस्टरॉयड इन दिनों लगातार धरती के पास से होकर गुजर रहे हैं। नासा एस्टरॉयड को ट्रैक करती है और इनके लिए अलर्ट जारी करती है। लेकिन ये अलर्ट उन्हीं एस्टरॉयड के लिए जारी किया जाता है जो पृथ्वी से 75 लाख किलोमीटर की दूरी से अधिक करीब आ जाते हैं। ऐसे एस्टरॉयड धरती के लिए खतरा माने गए हैं। नासा के अनुसार, अभी तक 13 लाख एस्टरॉयड की पहचान की जा चुकी है। इनमें से 2 हजार के लगभग एस्टरॉयड ऐसे हैं, जिनके लिए संभावना जताई गई है कि ये पृथ्वी से टकरा भी सकते हैं। बीते दिन पृथ्वी को छूकर 5 एस्टरॉयड गुजरे हैं।
ये एस्टरॉयड 57 फीट से लेकर 150 फीट तक बड़े बताए गए हैं। इनमें से एक है 2023 PQ एस्टरॉयड। यह 110 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। पृथ्वी के नजदीक आकर सबसे करीबी बिंदु पर यह केवल 756,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरा है। इसके साइज की तुलना एक बड़े हवाई जहाज से की गई है। इसके साथ ही 2023 OE5 एस्टरॉयड भी कल
पृथ्वी के करीब से गुजरा है। इसका साइज 60 फीट का है। यह एक बड़े मकान के जितना एस्टरॉयड है। इसकी स्पीड 13934 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है। यह एस्टरॉयड अपोलो ग्रुप से संबंध रखता है। पहली बार इसे 24 जुलाई 2023 को देखा गया था।
Asteroid 2023 OE5 धरती के पास 15.5 लाख किलोमीटर की दूरी से गुजरा है। इतने करीब आकर एस्टरॉयड के ग्रह से टकराने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि ग्रह का प्रबल गुरुत्वाकर्षण इसे खींच सकता है। इसके साथ ही एस्टरॉयड 2023 PA1 भी धरती के करीब से कल गुजरा है। यह 100 फीट का
एस्टरॉयड है जो किसी बड़े हवाई जहाज जितना बताया गया है। यह धरती के पास से 2,520,000 किलोमीटर की दूरी से गुजरा है।
नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी कहती है कि एस्टरॉयड 2023 PS भी कल ही धरती के करीब से गुजरा है। यह 56 फीट का चट्टानी टुकड़ा है जो लगातार सूरज का चक्कर लगा रहा है। पृथ्वी के सबसे करीब आकर इन दोनों के बीच की दूरी महज 2,540,000 किलोमीटर रह गई थी। इन चार एस्टरॉयड के अलावा एक पांचवा खतरा भी कल धरती को लगभग छूकर गुजरा है। इसका नाम एस्टरॉयड 2023 PC है, यह पृथ्वी के करीब 5,090,000 किलोमीटर की दूरी तक आ गया था। इसका साइज 140 फीट बताया गया है। पृथ्वी के करीब अब कई एस्टरॉयड एकसाथ देखे जा रहे हैं। ऐसे में इनसे धरती को खतरा हो सकता है।