अंतरिक्ष में घूमते एस्टरॉयड खगोलीय पिंडों में इन दिनों सबसे ज्यादा रुचि का विषय बने हुए हैं, क्योंकि इन दिनों एस्टरॉयड के रूप में बड़ी चट्टानें लाखों किलोमीटर की स्पीड में धरती के पास से होकर गुजर रही हैं। ऐसे में इन एस्टरॉयड पर नजर रखना भी बहुत जरूरी हो जाता है। क्योंकि स्पेस में खोज और शोध करने वाली अमेरिकी एजेंसी नासा के अनुसार, एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। पृथ्वी से अगर कोई एस्टरॉयड टकरा जाए तो भारी नुकसान कर सकता है। नासा ने आज यानि 17 मई को 1 या 2 नहीं बल्कि, 3 एस्टरॉयड के धरती के नजदीक आने का अलर्ट जारी किया है। एक दिन में 3 एस्टरॉयड का धरती के करीब आना क्या किसी बड़े खतरे का इशारा है? आइए इनके बारे में जानते हैं।
अंतरिक्ष में
सूर्य की परिक्रमा करते एस्टरॉयड लगातार पृथ्वी की ओर आ रहे हैं और इसके करीब से गुजर रहे हैं। नासा ने आज 3 बड़े एस्टरॉयड के धरती के पास आने का अलर्ट जारी किया है। स्पेस में एस्टरॉयड पर नजर रखने वाली नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरटरी की ओर से इन तीनों एस्टरॉयड के बारे में जानकारी दी गई है। JPL के अनुसार, आज 2023 JS1 नाम का एस्टरॉयड पृथ्वी की ओर आ रहा है। यह 39 फीट बड़ा है जो कि किसी बस के जितना साइज है। इसकी स्पीड 28 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा बताई गई है। जब यह धरती के सबसे करीब पहुंचेगा होगा तो इसकी धरती से दूरी 2,170,000 किलोमीटर होगी।
JPL ने आज एक अन्य
एस्टरॉयड 2023 JT2 के धरती के पास आने का अलर्ट जारी किया है। यह 30 फीट का एस्टरॉयड है जो बस के जितना बड़ा है। यह 2,650,000 किलोमीटर की दूरी पर से धरती के करीब होकर गुजरने वाला है। इतना ही नहीं, एक तीसरा एस्टरॉयड भी आज पृथ्वी के नजदीक आने वाला है। इसका नाम 2023 JC3 है। यह 63 फीट का एस्टरॉयड है। ये तीनों ही एस्टरॉयड आज धरती के करीब आ रहे हैं। तो क्या आज पृथ्वी पर बड़ी तबाही आने वाली है? बहरहाल, नासा की ओर से इन तीनों एस्टरॉयड को लेकर टकराने जैसी कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। लेकिन कहते हैं कि खतरा बताकर नहीं आता है। 150 फीट से बड़े एस्टरॉयड पृथ्वी पर बड़ी तबाही ला सकते हैं।
अंतरिक्ष एजेंसी नासा लगातार एस्टरॉयड ट्रैक करती रहती है। इन दिनों पृथ्वी की ओर लगातार कई एस्टरॉयड आने की घटनाएं हो चुकी हैं और यह सिलसिला अभी भी जारी है। स्पेस में घूमते चट्टानों के टुकड़े कभी भी बड़े ग्रह की ओर रुख कर सकते हैं। उल्का पिंड भी कई बार बड़ा खतरा बन जाते हैं। रूस में 2013 में Chelyabinsk नामक उल्का पिंड आसमान में फटा था जिसने 7 हजार ईमारतों को नुकसान पहुंचाया था। इसमें 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह उल्का पिंड 59 फीट साइज का था। इसी तरह अगर कोई एस्टरॉयड भी धरती की ओर आकर्षित हो जाता है तो यह इससे कई गुना भारी तबाही ला सकता है।