अंतरिक्ष में खतरा बनकर मंडरा रही चट्टानों या एस्टरॉयड का इन दिनों पृथ्वी की ओर आना थम नहीं रहा है। अरबों साल पहले ग्रहों से बनी ये चट्टानें हमारे सौरमंडल में परिक्रमा कर रही हैं। ऊबड़ खाबड़ आकार लिए ये भारी भरकम पत्थर इन दिनों एक के बाद एक धरती की ओर रुख कर रहे हैं। एस्टरॉयड जब एक निर्धारित दूरी से अधिक करीब आने लगता है तो अंतरिक्ष एजेंसी नासा इसके लिए सावधान हो जाती है। ऐसे एस्टरॉयड्स पर नजर रखी जाती है। एस्टरॉयड यूं तो आकार में छोटे ही होते हैं, लेकिन कई बार इनका साइज सामान्य से कई गुना ज्यादा बड़ा पाया जाता है। ऐसे एस्टरॉयड पृथ्वी से अगर टकरा जाएं तो तबाही ला सकते हैं। पृथ्वी का सामना आज और कल, ऐसे ही भारी भरकम चट्टानी टुकड़ों से होने वाला है।
अंतरिक्ष से दो बड़ी चट्टानें पृथ्वी की दिशा में बढ़ रही हैं। नासा ने इसके लिए अलर्ट जारी कर दिया है। अलर्ट का मतलब है कि ये चट्टानें उस सीमा में प्रवेश करने वाली हैं, जहां से पृथ्वी को इनके आने से खतरा हो सकता है। 75 लाख किलोमीटर के दायरे के अंदर प्रवेश करने वाले
एस्टरॉयड के लिए नासा की
जेट प्रॉपल्शन लेबोरेटरी अलर्ट जारी करती है। आइए जानते हैं, आज JPL की ओर से कौन से एस्टरॉयड अलर्ट जारी किए गए हैं। क्या वाकई पृथ्वी को इनसे खतरा है? नासा इस बारे में क्या कहती है, पूरी जानकारी आपको बताते हैं।
एस्टरॉयड 2023 LZ (
asteroid 2023 LZ) के लिए
नासा की ओर से आज अलर्ट जारी किया गया है। यह 60 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। यह बिजली की गति से आज धरती की ओर बढ़ रहा है। इसका साइज एक बड़े घर के बराबर बताया गया है। यह महज 3 लाख 17 हजार किलोमीटर की दूरी से पृथ्वी के पास से गुजरने वाला है। इसी के कुछ घंटों के बाद ही एक और एस्टरॉयड पृथ्वी के लिए भारी खतरा लिए इसकी तरफ बढ़ रहा होगा।
एस्टरॉयड 2020 DB5 (
asteroid 2020 DB5) एक विशालकाय एस्टरॉयड है जो अगले 24 घंटों में पृथ्वी की दिशा में तेजी से बढ़ता हुआ इसके करीब आने वाला है। इसका साइज डराने वाला है। यह 1600 फीट का चट्टानी टुकड़ा है। कहा ये भी जा रहा है कि यह 1 किलोमीटर के आकार में फैला हो सकता है। 43 लाख किलोमीटर के दायरे में प्रवेश कर यह धरती के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। यह 34 हजार किलोमीटर प्रतिघंटा से भी ज्यादा स्पीड से धरती की ओर बढ़ रहा है। एस्टरॉयड अगर ग्रेविटी की चपेट में आ जाए तो धरती पर गिर भी सकता है। हालांकि नासा ने अभी ऐसी कोई सूचना जारी नहीं की है।
1600 फीट का एस्टरॉयड धरती पर कितनी बड़ी तबाही ला सकता है, इस बात का अंदाजा आप इस उदाहरण से लगा सकते हैं। 2013 में रूस में Chelyabinsk नामक उल्का पिंड आसमान में फटा था जिसने 8 हजार ईमारतों को नुकसान पहुंचाया था। इसमें 1000 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। यह 60 फीट साइज का था। एस्टरॉयड 2020 DB5 (asteroid 2020 DB5) इससे कई गुना बड़ा है। इसलिए अंतरिक्ष वैज्ञानिक इस पर लगातार नजर रखे हुए हैं। धरती के करीब आने पर इसकी दिशा में क्या परिवर्तन आता है, या फिर ये सीधा गुजर जाएगा, ये देखने वाली बात होगी।