टेक्नोलॉजी के इस दौर में स्मार्टफोन बहुत अहम और जरूरी डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल लोगों के साथ कनेक्ट रहने के लिए, काम करने के लिए और एंटरटेनमेंट समेत अन्य कार्यों में किया जा रहा है। इसी के साथ-साथ स्मार्टफोन की लत भी बहुत बड़ी परेशानी की वजह बन गई है, क्योंकि इससे नींद, मानसिक स्वास्थ्य और निजीं संबंधों पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है, खासतौर पर बच्चों और युवाओं पर इसका सबसे ज्यादा असर हो रहा है। स्पेन की सरकार ने स्मार्टफोन की लत को "पब्लिक हेल्थ एपिडमिक" कहते हुए एक प्रस्ताव दिया है, जिसमें देश में बेचे जाने वाले सभी स्मार्टफोन पर सिगरेट पैक के समान हेल्थ वार्निंग लिखनी जरूरी होगी। इस कदम से अत्याधिक स्क्रीन टाइम के जोखिमों के बारे में जागरूक करना है। यह प्रस्ताव स्पेन की सरकार द्वारा नियुक्त एक्सपर्ट की एक कमेटी द्वारा साझा की गई 250 पेज की रिपोर्ट का हिस्सा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पैनल ने डिजिटल सर्विस पर अनिवार्य हेल्थ वार्निंग के लिए कहा है, जिससे यूजर्स को बहुत ज्यादा इस्तेमाल और हानिकारक कॉन्टेक्स्ट जैसे खतरों के बारे में सचेत करता है। प्रस्ताव के अनुसार, ये वार्निंग सिगरेट के पैकेट पर दी गई वार्निंग जैसे ही रहेंगी, हालांकि उतनी गंभीर नहीं होंगी। वार्निंग स्मार्टफोन की लत से होने वाले खतरों के बारे में जानकारी देंगी। रिपोर्ट में ज्यादा इस्तेमाल में कुछ ऐप्स या प्लेटफॉर्म के एक्सेस पर स्क्रीन पर वार्गिंग मैसेज दिखाने के लिए भी कहा गया है।
इसके अलावा रिपोर्ट में 3 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए डिजिटल डिवाइसेज के इस्तेमाल पर पूरी तरह बैन लगाने और सिर्फ खास मामलों के अलावा 3 से 6 साल की उम्र के बच्चों के लिए उनके इस्तेमाल को बैन करने की भी सिफारिश की गई है। 16 साल तक के बच्चों के लिए रिपोर्ट लिमिटेड फंक्शन वाले डंबफोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने का सुझाव देती है, जबकि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए पूरी तरह से सोशल मीडिया को इस्तेमाल न करने की सलाह देती है।
रिपोर्ट में एजुकेशनल ऐप्स के मामले में उनके नकारात्मक प्रभावों के बारे में भी बताया गया है। स्कूल से ऐसे ऐप्स को हटाने और इसके बजाय कम उम्र के स्टूडेंट्स के लिए एनालॉग टीचिंग मैथड पर जोर देने का आग्रह किया गया है। एक्सपर्ट टेक्नोलॉजी और सामान्य टीचिंग अप्रोच के बीच हेल्थ को ध्यान में रखते हुए शुरुआती शिक्षा में डिजिटल डिवाइसेज के इस्तेमाल को कम करने की सलाह देते हैं। हेल्थ के मामले में रिपोर्ट में यह भी साफ किया गया है कि मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर भी जोर दिया गया है। इसमें इन दिक्कतों की तुरंत पहचान करने और उनके समाधान के लिए रूटीन मेडिकल चेकअप में अधिक डिजिटल इस्तेमाल के लिए स्क्रीनिंग को इंटीग्रेटेड करने का सुझाव दिया गया है।
लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स शो की लेटेस्ट खबरें hindi.gadgets 360 पर और हमारे CES 2025 पेज पर देखें