Pakistan में हजारों नागरिकों का पर्सनल डेटा लीक होकर ऑनलाइन बिक्री पर है। ग्रह मंत्री Mohsin Naqvi ने मामले की जांच NCCIA को सौंपी है।
Photo Credit: Pexels/ Sora Shimazaki
Pakistan में हजारों नागरिकों का संवेदनशील डेटा लीक होने की खबर ने देश के नागरिकों चिंता बढ़ा दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस डेटा में मोबाइल कनेक्शन यूजर्स के एड्रेस, कॉल लॉग्स, नेशनल आईडी कार्ड की कॉपियां और विदेश यात्राओं की डिटेल्स शामिल हैं। प्रभावित लोगों में आम नागरिकों के साथ-साथ सरकारी अफसर और यहां तक कि फेडरल मिनिस्टर्स भी शामिल बताए जा रहे हैं। पाकिस्तान के ग्रहमंत्री Mohsin Naqvi ने इस मामले पर जांच के आदेश भी दिए हैं।
Dawn की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के ग्रहमंत्री ने बताया कि उन्होंने नेशनल साइबर क्राइम्स इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NCCIA) को मामले की तह तक जाने के लिए एक जांच टीम बनाने को कहा है। मंत्रालय के मुताबिक, “टीम हर पहलू से इस डेटा लीकेज मामले की जांच करेगी और 14 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेगी।”
रिपोर्ट ने कई दावों का हवाला देते हुए बताया है कि दर्जनों वेबसाइट्स पर यह संवेदनशील डेटा बेहद कम दामों पर बेचा जा रहा है। उदाहरण के तौर पर मोबाइल लोकेशन डेटा लगभग Rs 500 में, डिटेल्ड मोबाइल रिकॉर्ड्स Rs 2,000 में और इंटरनेशनल ट्रैवल डिटेल्स Rs 5,000 में उपलब्ध कराए जा रहे हैं। मंत्रालय का कहना है कि “जिन भी लोगों की इस लीक में कनेक्शन होंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान में नागरिकों का संवेदनशील डेटा ऑनलाइन लीक हुआ हो। पब्लिकेशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मई 2024 में भी 180 मिलियन से ज्यादा इंटरनेट यूजर्स के लॉगिन क्रेडेंशियल्स और पासवर्ड्स एक ग्लोबल डेटा ब्रीच में चोरी हुए थे। उस वक्त PKCERT एजेंसी ने चेतावनी जारी कर यूजर्स को सुरक्षा कदम उठाने की सलाह दी थी।
उस ब्रीच में Google, Microsoft, Apple, Facebook, Instagram, Snapchat समेत कई ग्लोबल प्लेटफॉर्म्स और गवर्नमेंट पोर्टल्स, बैंकिंग इंस्टिट्यूशंस व हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म्स से जुड़े अकाउंट्स प्रभावित हुए थे। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि डेटा को Infostealer Malware के जरिए कलेक्ट किया गया था, जो कॉम्प्रोमाइज्ड सिस्टम से डिटेल्स एक्सट्रैक्ट करता है।
मार्च 2024 में भी एक JIT ने पाकिस्तान के ग्रह मंत्रालय को बताया था कि NADRA से 2019 से 2023 के बीच करीब 2.7 मिलियन पाकिस्तानी नागरिकों का डेटा लीक हो चुका है।
लीक में हजारों नागरिकों के मोबाइल एड्रेस, कॉल लॉग्स, आईडी कार्ड कॉपियां और विदेश यात्राओं की डिटेल्स शामिल हैं।
Mohsin Naqvi ने NCCIA को जांच टीम बनाने का आदेश दिया है, जो 14 दिन में रिपोर्ट देगी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, दर्जनों वेबसाइट्स पर यह डेटा बेहद कम दामों - Rs 500 से Rs 5,000 में बेचा जा रहा है।
नहीं, मई 2024 और मार्च 2024 में भी पाकिस्तान में बड़े डेटा ब्रीच सामने आए थे।
इससे लोगों की प्राइवेसी, ऑनलाइन सिक्योरिटी और सरकारी संस्थाओं पर भरोसे पर गहरा असर पड़ सकता है।
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