Motorola को इस बात का एहसास है कि आने वाले दिनों में भारत में 4जी नेटवर्क छा जाएगा। इसलिए कंपनी ने बजट स्मार्टफोन सेगमेंट में Moto E (Gen 2) का 4जी वर्जन उतारा है। Moto E (Gen 2) 4G में ज्यादा पावरफुल SoC है, जो 4जी कनेक्टिविटी के साथ इंटिग्रेटेड है। बाकी सारे फीचर पहले जैसे ही हैं।
Moto E (Gen 2) 4G की टक्कर Lenovo A6000 Plus, Yu Yuphoria और Xiaomi Redmi 2 से है, इन सारे हैंडसेट में LTE नेटवर्क से कनेक्ट करने का सपोर्ट मौजूद है। इस सेगमेंट में Motorola के इस हैंडसेट की परफॉर्मेंस कैसी है, आगे पढ़ें।
लुक और डिजाइनयह फोन दिखने में Moto E (Gen 2) जैसा ही है और हम अब अभी मानते हैं कि यह अपने प्राइस रेंज में सबसे खूबसूरत दिखने वाला स्मार्टफोन है। हाल ही लॉन्च हुए Yu Yuphoria के बिल्ड में मेटल का इस्तेमाल हुआ है लेकिन Moto E (Gen 2) 4G का डिजाइन बेहद ही अनोखा है। फोन का डिजाइन और स्क्रीन इसके 3जी वर्जन जैसा ही है।
स्पेसिफिकेशन्स और सॉफ्टवेयरइस कैटगरी में बहुत कुछ अलग है। Moto E (Gen 2) 4G में 1.2GHz quad-core Qualcomm Snapdragon 410 SoC के साथ Adreno 306 ग्राफिक्स है। यह नॉन-एलटीई वेरिएंट में इस्तेमाल किए गए quad-core Snapdragon 200 से ज्यादा पावरफुल है। Moto E (Gen 2) 4G में 1जीबी का रैम है। इसकी इंटरनल स्टोरेज 8जीबी की है, जिसे माइक्रोएसडी कार्ड के जरिए 32 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा माइक्रो-यूएसबी पोर्ट का इस्तेमाल USB-OTG स्टोरेज डिवाइस के तौर पर भी किया जा सकता है।
इस डुअल सिम फोन के एक सिम कार्ड को 4जी नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए किया जा सकता है, जिसमें भारत में इस्तेमाल हो रहा 2300MHz बैंड भी शामिल है। कनेक्टिविटी के लिए Wi-Fi 802.11 b/g/n और ब्लूटूथ Bluetooth 4.0 जैसे फीचर हैं। फोन में 5 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है और सेल्फी लेने के लिए फ्रंट में एक वीजीए कैमरा। फोन में 2390mAh की बैटरी का इस्तेमाल किया गया है।
Moto E (Gen 2) 4G लगभग Android 5.0.2 लॉलीपॉप के वैनिला वर्जन पर चलता है और Moto E (Gen 2) के जैसा ही एहसास देता है, जो अच्छी बात है।
परफॉर्मेंस और कैमराMoto E (Gen 2) अच्छी परफॉर्मेंस देता है, लेकिन Moto E (Gen 2) 4G ज्यादा फास्ट है और कभी भी रुकता नहीं। Asphalt 8 और Dead Trigger 2 जैसे हाई-एंड गेम भी बिना किसी रुकावट के चले, हालांकि कम ग्राफिक सेटिंग्स पर।
बेंचमार्क रिजल्ट भी काफी बेहतर थे। AnTuTu और GFXBench टेस्ट में फोन को क्रमशः 22,241 और 13,925 के स्कोर मिले। ये आंकड़े Yu Yuphoria और Lenovo A6000 Plus के स्कोर से कहीं बेहतर हैं, हालांकि Moto E (Gen 2) का qHD (540x960) डिस्प्ले अपने कॉम्पटीटरों के तुलना में कम डिमांडिंग है। 3DMark Ice Storm और GFXbench टेस्ट में Moto E (Gen 2) 4G ने क्रमशः 5,324 और 12.4fps का स्कोर हासिल किया।
फोन को हमारे सैंपल वीडियो को चलाने में दिक्कत नहीं आई। स्पीकर से पर्याप्त आवाज आती है, पर इसके ईयरफोन को ज्यादा देर तक इस्तेमाल करने में परेशानी आई। हमने पाया कि फोन कॉल्स के दौरान साउंड क्वालिटी औसत थी और कई बार कॉल ड्रॉप भी हुए। Motorola के स्मार्टफोन से हम इस तरह की उम्मीद नहीं रखते। इसके अलावा 4जी कनेक्टिविटी बहुत अनियमित थी, हो सकता है कि इसके पीछे खराब नेटवर्क का हाथ हो। एक मामले में Moto E (Gen 2) 4G अपने प्रतिद्वंद्वियों और अपने पूर्ववर्ती प्रोडक्ट से बहुत बेहतर है, वह है बैटरी लाइफ। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 11 घंटे और 26 मिनट तक चली।
इस हैंडसेट के 5 मेगापिक्सल कैमरे की परफॉर्मेंस नॉन-4जी वर्जन जैसी ही है। कुल मिलाकर Motorola अब तक यह नहीं जान सका है कि सस्ते स्मार्टफोन के लिए अच्छे कैमरे कैसे बनाए जाए। फ्रंट कैमरा तो और भी खराब है।
हमारा फैसलाइसमें कोई दोमत नहीं कि Moto E (Gen 2) 4G परफॉर्मेंस के मामले में अपने पूर्ववर्ती फोन से कहीं बेहतर है, क्योंकि यह भविष्य की टेक्नोलॉजी को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हालांकि, Lenovo A6000 Plus, Yu Yuphoria और Xiaomi Redmi 2 में 2जीबी का रैम है और इन हैंडेसेट में ज्यादा बेहतर कैमरा भी है। इस कारण से ये सारे हैंडसेट ज्यादा बेहतर वेल्यू फॉर मनी देते हैं। लेकिन, Moto E (Gen 2) 4G के सॉफ्टवेयर एक्सपीरियंस की कोई तुलना नहीं है।