माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को घोषणा की कि वह अपने 1,850 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने वाली है। दूसरी तरफ फिनलैंड के एक यूनियन ने इसे कंपनी के स्मार्टफोन निर्माण बिजनेस का अंत करार दिया है। गौरतलब है कि कंपनी ने यह स्मार्टफोन बिजनेस फिनलैंड की कंपनी नोकिया से ख़रीदा था।
कंपनी ने बुधवार को एक बयान जारी करके कहा, ''माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन ने कंपनी के स्मार्टफोन हार्डवेयर बिजनेस को फिर से व्यवस्थित करने का फैसला किया है। इसका असर 1,850 नौकरियों पर पड़ेगा।'' बयान में आगे कहा गया है कि फिनलैंड में 1,350 नौकरियों पर असर पड़ेगा, बाकी 500 ग्लोबल मार्केट में।
माइक्रोसॉफ्ट के चीफ शॉप स्टीवार्ड ने काले किली ने फिनलैंड में कहा, ''इस फैसले का मतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट अब फोन का डिजाइन या बनाने का काम नहीं करेगी।''
उन्होंने कहा, "माइक्रोसॉफ्ट अब फोन डिवाइस का निर्माण नहीं करेगी, फिलहाल कुछ वक्त के लिए। हालांकि वह सॉफ्टवेयर के काम से जुड़ी रहेगी।"
माइक्रोसॉफ्ट के इस फैसले का मतलब है कि एक वक्त दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी नोकिया का नामो-निशान फिनलैंड से पूरी तरह से मिट जाएगा।
एक वक्त पर नोकिया दुनिया की सबसे बड़ी फोन निर्माता कंपनी थी। 2011 में कंपनी ने विंडोज मोबाइल प्लेटफॉर्म पर भरोसा जताया। लेकिन यह पूरी तरह से फ्लॉप हो गया।
फिनलैंड की इस कंपनी ने 2014 में घाटे में चल रहे अपने हैंडसेट यूनिट को 7.2 बिलियन डॉलर (करीब 48,493 करोड़ रुपये) में माइक्रोसॉफ्ट को बेचने का फैसला किया। अब इसी यूनिट को बंद किया जा रहा है।
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