हर देश की तरह भारत में भी सेल्फी के दीवानों की कमी नहीं। स्मार्टफोन निर्माता कंपनियां इस दिवानगी को भुनाने का मौका नहीं छोड़ना चाहती। वैसे तो कई लोगों का कहना है कि सेल्फी को बैन कर देना चाहिए। लेकिन यह भी जगजाहिर है कि टेक्नोलॉजी क्षेत्र की कंपनियां हर दिन सेल्फी से जुड़ा प्रोडक्ट और एक्सेसरी पेश कर रही हैं। हाल ही में
आसुस ज़ेफोन सेल्फी को पेश किया गिया था। हमने
रिव्यू के दौरान इस हैंडसेट को अच्छा पाया। अब माइक्रोमैक्स ने अपने कैनवस सेल्फी हैंडसेट का सेकेंड जेनरेशन कैनवस सेल्फी 2 पेश किया है। 5,999 रुपये में मिलने वाला
माइक्रोमैक्स कैनवस सेल्फी 2 मार्केट में उपलब्ध 'सबसे किफायती सेल्फी स्मार्टफोन' तो है, लेकिन इसकी परफॉर्मेंस कैसी है? आइए जानते हैं।
लुक और डिजाइनकैनवस सेल्फी 2 की बिल्ड क्वालिटी काफी अच्छी है और इसमें इस्तेमाल किया गया प्लास्टिक सस्ता नहीं नज़र आता। माइक्रोमैक्स ने इस हैंडसेट में अपने यू सीरीज के डिजाइन का इस्तेमाल किया है। हैंडसेट में 5 इंच का एचडी आईपीएस डिस्प्ले है। सेल्फी कैमरे में 5 मेगापिक्सल का सेंसर है और यह डिस्प्ले के ऊपर केंद्र में मौजूद है।
नेविगेशन के लिए कैपेसिटिव बटन दिए गए हैं जो बैकलिट हैं। पावर बटन और वॉल्यूम रॉकर दायें हिस्से में हैं। माइक्रो-यूएसबी पोर्ट और हेडफोन सॉकेट निचले हिस्से में मौजूद हैं। इसका प्राइमरी कैमरा भी 5 मेगापिक्सल का है। शायद हैंडसेट की कीमत रखने के लिए कंपनी ने यह रणनीति अपनाई है।
हैंडसेट में मौजूद है 2000 एमएएच की रीमूवेबल बैटरी। पिछले हिस्से में दो 3जी सिम स्लॉट और माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट मौजूद हैं।
कैनवस सेल्फी 2 स्मार्टफोन की मोटाई 9 मिलीमीटर है और यह काफी हल्का है। फोन के लुक में कुछ भी शानदार नहीं है, लेकिन कीमत को देखते हुए इसकी बिल्ड क्वालिटी काफी अच्छी है। हमें आश्चर्य इस बात से हुई कि कंपनी ने सेल्फी कैमरे के साथ एलईडी फ्लैश क्यों नहीं दिया।
स्पेसिफिकेशन और सॉफ्टवेयरस्मार्टफोन में 1.3 गीगाहर्ट्ज़ क्वाड-कोर मीडियाटेक एमटी6582एम चिपसेट के साथ 1 जीबी का रैम मौजूद है। इसकी इनबिल्ट स्टोरेज 8 जीबी है जिसमें से यूज़र के लिए 4.74 जीबी उपलब्ध हैं। हैंडसेट 4जी सपोर्ट नहीं करता है, लेकिन आप दोनों ही सिम स्लॉट में 3जी सपोर्ट पाएंगे। कैनवस सेल्फी 2 एंड्रॉयड 5.0 लॉलीपॉप के साथ आता है। कंपनी ने इसके साथ कई थर्ड-पार्टी ऐप्स भी दिए हैं, जिनकी उपयोगिता पर सवालिया निशान है। आपको हिंदी भाषा में स्विच करने का भी विकल्प मिलेगा। हैंडसेट में मौजूद ज्यादातर थर्ड-पार्टी ऐप्स अनइंस्टॉल किए जा सकते हैं।
परफॉर्मेंसभले ही डिवाइस में 1 जीबी का रैम हो, लेकिन कैनवस सेल्फी 2 की परफॉर्मेंस को कमज़ोर नहीं कहा जा सकता। हालांकि, डेड ट्रिगर 2 जैसे हैवी गेम और कई ऐप्स को लोड करने में समय लगता है। कुल मिलाकर लॉलीपॉप आसानी से चलता है। लंबे समय तक वीडियो देखने के बावजूद फोन या फिर उसका डिस्प्ले बहुत ज्यादा गर्म नहीं होता।
डिस्प्ले और कैपेसिटिव बटन का टच रिस्पॉन्स बेहतरीन नहीं है। हमने पाया कि हैंडसेट कई बार वनटच इनपुट पर ठीक से रिस्पॉन्स नहीं दे रहा था। स्क्रीन के व्यूइंग एंगल ठीक-ठाक हैं, लेकिन इसकी ब्राइटनेस लेवल काफी कम है। इस कारण से सूरज की रोशनी में हैंडसेट को इस्तेमाल करना आसान नहीं था। हालांकि, कलर रिप्रोडक्शन संतोषजनक हैं।
हमें नेटवर्क की भी समस्या नहीं हुई। हैंडसेट ने 3जी नेटवर्क पर अच्छे से काम किया। कॉल क्वालिटी अच्छी थी। हैंडसेट में मौजूद मोनो स्पीकर से उपयुक्त आवाज आई।
कैनवस सेल्फी 2 ने हमारे फुल-एचडी वीडियो को आसानी से प्ले किया। हैंडसेट के साथ आने वाला हेडसेट इस्तेमाल करने में तो कंफर्टेबल था, लेकिन इसकी ऑडियो क्वालिटी बहुत अच्छी नहीं है। हम आपको नया हेडसेट खरीदने का सुझाव देंगे।
कैनवस सेल्फी के फ्रंट कैमरे की परफॉर्मेंस को संतोषजनक तो बिल्कुल नहीं कहा जा सकता। हमारा मानना है कि माइक्रोमैक्स इस डिवाइस के सेल्फी फ़ीचर पर और काम कर सकता था। 5 मेगापिक्सल के फ्रंट कैमरे में ऑटोफोकस नहीं मौजूद है और फ्लैश भी नहीं दिया गया है। इन कारणों से कम रोशनी में इसका इस्तेमाल करना बेहद ही मुश्किल हो जाता है। हालांकि, उपयुक्त रोशनी में कैमरे की परफॉर्मेंस अच्छी है।
रियर कैमरा भी 5 मेगापिक्सल के सेंसर के साथ आता है, लेकिन इसमें ऑटोफोकस मौजूद है। इसके साथ आपको नाइट और लाइव फोटो जैसे मोड मिलेंगे। आप एचडीआर मोड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कैमरे का इंटरफेस बेहद ही बेसिक है और इसे इस्तेमाल करना भी काफी आसान है।
2000 एमएएच की बैटरी क्षमता आंकड़ों के लिहाज से थोड़ी कम नज़र आती है, लेकिन कम रिज़ॉल्यूशन वाले डिस्प्ले के कारण यह आसानी से एक दिन तक चल जाएगी। हमारे वीडियो लूप टेस्ट में फोन पूरी तरह से स्विच ऑफ होने से पहले 9 घंटे 7 मिनट तक चला।
हमारा फैसला6,000 रुपये के प्राइस रेंज में माइक्रोमैक्स कैनवस सेल्फी सबसे खराब विकल्प नहीं है। हमारा मानना है कि कंपनी हैंडसेट के सेल्फी कैमरे के साथ और बेहतर काम कर सकती थी, खासकर जब इसे सेल्फी के नाम पर ही बेचने की कोशिश है। हमारे हिसाब से एक सेल्फी हैंडसेट में ऑटोफोकस सेंसर और फ्लैश तो होना ही चाहिए। इन फ़ीचर के बिना हैंडसेट किसी और एंट्री-लेवल स्मार्टफोन जैसा हो जाता है।
कैनवस सेल्फी 2 की बिल्ड क्वालिटी अच्छी है। यह दोनों ही सिम पर 3जी को सपोर्ट करता है। हैंडसेट एंड्रॉयड लॉलीपॉप पर चलता है और फुल-एचडी वीडियो को आसानी से प्ले करता है। और इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा नहीं है। हालांकि, डिस्प्ले का रिज़ॉल्यूशन कम है। कुछ थर्ड-पार्टी ऐप्स को यूज़र हटा नहीं सकते। बैटरी लाइफ भी औसत है और सेल्फी कैमरे की परफॉर्मेंस संतोषजनक नहीं है।
अगर आप थोड़े और पैसे खर्च सकते हैं तो हम आपको
मेज़ू एम2 खरीदने का सुझाव देंगे। यह ज्यादा बेहतर हैंडसेट है। 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा होने के के साथ यह 4जी एलटीई को भी सपोर्ट करता है। और इसमें कई ऐसे फ़ीचर हैं जो माइक्रोमैक्स के हैंडसेट में नहीं मौजूद।